मौजूदा समय खेती-बाड़ी करने वाले किसानों के लिए आसान होता जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि किसान अपनी खेती-बाड़ी में आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल करने लगे हैं. इन मशीनों के इस्तेमाल से खेती करना आसान हो गया है. अब खेती में नई और आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से न केवल किसानों के समय की बचत होती है बल्कि उत्पादन भी अधिक होता है. साथ ही इसके इस्तेमाल से किसानों की आय में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
इनमें से कुछ मशीनें ऐसी हैं, जिससे किसान आसानी से अपने खेत को किसी भी फसल की रोपाई से पहले समतल कर सकते हैं. इस मशीन का नाम लेजर लैंड लेवलर है. इस मशीन से पानी की बचत होती है, साथ ही खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ती है. आइए जानते हैं इस मशीन के क्या फायदे हैं.
खेत से अच्छे फसल उत्पादन के लिए खेत का समतल होना बहुत जरूरी होता है. वहीं पहले खेत की जमीन को समतल करने के लिए पारंपरिक तरीके अपनाए जाते थे, जिसमे समय, मेहनत और पैसे ज्यादा खर्च होते थे. इन बातों का ध्यान रखते हुए अब किसान लेजर लैंड लेवलर का इस्तेमाल करने लगे हैं. लेजर लैंड लेवलर को ‘लेजर समतल’ भी कहा जाता है. यह मशीन किसानों के लिए बेहद उपयोगी है. इस मशीन की मदद से खेत को आसानी से समतल किया जा सकता है जिससे खेत में खड़ी फसल पर समान रूप से सिंचाई होती है. साथ ही इससे पानी की बचत भी होती है. इसके साथ ही खाद और ईंधन की भी बचत होती है.
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लेजर लैंड लेवलर मशीन में 4 खास प्रकार के उपकरण लगे होते है जो हैं लेजर ट्रांसमीटर, रिसीवर, कंट्रोल बॉक्स और लेवलर. इन सभी उपकरणों का अलग-अलग काम होता है. इस यंत्र को चलाने के लिए ट्रैक्टर की जरूरत होती है जिसकी क्षमता करीब 35 (एचपी) से अधिक होनी चाहिए. लेजर ट्रांसमीटर का काम लेजर किरणों को भेजना है जो कि समतल बकेट पर लगे लेजर रिसीवर द्वारा रोका जाता है. रिसीवर से प्राप्त होने वाले सिग्नल को ट्रैक्टर पर लगे कंट्रोल पैनल हाइड्रोलिक कंट्रोल वाल्व को खोलते और बंद करते हैं. इससे बकेट को जरूरत के अनुसार ऊपर उठाया या गिराया जा सकता है. इसी तरह से भूमि को समतल किया जाता है.
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