एक जिम्मेदार और मेहनती किसान अपने ट्रैक्टर की जितनी हो सके उतनी केयर करता है. किसान इसके इंजन से लेकर टायरों तक और साफ-सफाई से लेकर मेंटीनेंस तक, हर चीज का ध्यान रखता है ताकि ट्रैक्टर लंबे से लंबा चल सके और खर्चा भी कम हो. मगर बहुत सारे किसान अपने ट्रैक्टर का इतना ध्यान रखने के बावजूद भी ड्राइविंग के दौरान कुछ ऐसी गलतियां करते हैं जिनसे अनजाने में इंजन में बड़ी दिक्कतें आ जाती हैं. ऐसी आदतों में सबसे आम है अधूरी क्लचिंग. इस एक आदत की वजह से आपको अंदाजा ही नहीं होता कि कब धीरे-धीरे ट्रैक्टर की क्लच प्लेट खराब हो जाती हैं. ट्रैक्टर की क्लच प्लेट खराब होने का मतलब है मोटा खर्चा. इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे अधूरी क्लचिंग से ट्रैक्टर में दिक्कतें आती हैं और इससे बचने के लिए क्या उपाय हो सकते हैं.
जब भी आप ट्रैक्टर चलाते वक्त एक्सीलेटर के साथ-साथ क्लच भी आधा या थोड़ा दबाकर रखते हैं, इस आम तौर पर हाफ क्लचिंग या अधूरी क्लचिंग कहते हैं. ज्यादातर मामलों में ड्राइवर को एहसास ही नहीं होता कि वह ट्रैक्टर हाफ क्लच पर चला रहा है, क्योंकि ये धीरे-धीरे ड्राइवर की आदत में आ जाता है. ऐसा केवल ट्रैक्टर ही नहीं, बल्कि कार और मोटर साइकिल के चालकों के साथ होता है. जब ट्रैक्टर से जुताई, बुवाई या कोई अन्य उपकरण चलाया जा रहा हो या फिर किसी कठिन सतह पर ट्रैक्टर चलाया जा रहा हो, ऐसे मौके पर हाफ क्लचिंग ज्यादा होती है.
देखा जाए तो जरूरत के हिसाब अधूरी क्लचिंग करना कोई गलत बात नहीं है, बल्कि कुछ जगह अधूरी क्लचिंग से ही काम बनता है. मगर हाफ क्लचिंग को आदत में जाल लेना ट्रैक्टर के इंजन और खास तौर पर क्लच प्लेट के लिए बहुत नुकसानदायक होता है. कुछ मामलों में तो क्लच पेडल को 5-10 प्रतिशत दबाए रखकर ही ड्राइवर ट्रैक्टर चलाते रहते हैं और उन्हें इस बात का एहसास ही नहीं होता कि वह हाफ क्लचिंग कर रहे हैं.
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