एग्रीटेक कंपनी क्रॉपिन टेक्नोलॉजी ने Aksara नाम के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम लॉन्च किया है जिससे क्लाइमेट स्मार्ट खेती करने में मदद मिलेगी. जलवायु परिवर्तन को देखते हुए इस एआई सिस्टम को लॉन्च किया गया है जिससे किसानों को मदद मिलेगी. किसान जान सकेंगे कि बदलते जलवायु में वे किस तरह की फसलों की खेती करें और कैसे करें कि उन्हें फायदा हो. खेती में एआई का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है और इसी में क्रॉपिन ने भी बड़ी कोशिश की है.
क्रॉपिन ने अपने नए एआई सिस्टम के बारे में बताया है कि Aksara का पहला वर्जन 9 फसलों को कवर करेगा. इन फसलों में धान, गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार, कपास, गन्ना, सोयाबीन और मिलेट्स शामिल हैं. इसकी सेवा अभी 5 देशों में शुरू की गई है जहां किसान अपनी फसलों के बारे में जान सकेंगे.
क्रॉपिन ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि एआई सिस्टम किसानों को बताता है कि किस तरह के जलवायु में कैसी फसलों की खेती करें. धान या मक्के की खेती में किस तरह के इनपुट देने हैं ताकि बदलते मौसम में भी अच्छी उपज हासिल हो सके. क्लाइमेट के हिसाब से किसानों को यह एआई सिस्टम एडवाइजरी जारी करता है. किसान सुझावों का फायदा उठाकर खेती में लाभ उठा सकते हैं.
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क्रॉपिन के फाउंडर और सीईओ कृष्ण कुमार ने कहा कि एआई सिस्टम का यह मॉडल खेती-बाड़ी में बड़ा बदलाव ला सकता है. इससे तकनीकी आधारित खेती को नया बल मिलेगा और खेती में एक नए युग की शुरुआत होगी. कृषि क्षेत्र में एडवांस तकनीक का अभाव रहा है, लेकिन Aksara एआई सिस्टम इसमें बड़ा बदलाव ला सकता है.
हाल के वर्षों में खेती में तकनीक पर जोर दिया जा रहा है ताकि किसान अधिक से अधिक उपज ले सकें. किसानों को मौसम आधारित सटीक जानकारी मिलने से खेती में बड़ी मदद मिल रही है. इन सबसे बीच जलवायु परिवर्तन एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है जिससे खेती पर असर पड़ रहा है. कृषि वैज्ञानिक क्लाइमेट स्मार्ट वैरायटी तैयार कर रहे हैं ताकि जलवायु की समस्या का कम से कम असर हो. इसी में क्रॉपिन का भी प्रयास है कि एआई सिस्टम के माध्यम से किसानों को सुविधा दी जा सके.
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