कपास, मिर्च और चाय की खेती करने वाले किसानों को घुन, मकड़ी और सफेद मक्खी कीट की रोकथाम के लिए तोड़ मिल गया है. दरअसल, एग्रोकेमिकल कंपनी बेस्ट एग्रोलाइफ (Best Agrolife Group) को दोनों कीटों पर असरदार फॉर्मूले के लिए सहक्रियात्मक पेटेंट (Synergistic Patent) मिला है. इसकी मदद से फसलों के साथ ही सब्जियों के रस चूसक कीट, घुन, मकड़ी, सफेद मक्खी कीटों से छुटकारा दिलाने में मदद मिलेगी. इससे पहले नवंबर में कंपनी को दो फॉर्मूलों के लिए पेटेंट मिल चुका है.
एग्रोकेमिकल मैन्यूफैक्चरर बेस्ट एग्रोलाइफ को अपने नए कीटनाशक फॉर्मूलेशन के लिए सहक्रियात्मक पेटेंट मिला है. जिसमें स्पिरोमेसिफेन, हेक्सीथियाजॉक्स और एबामेक्टिन शामिल हैं. इससे बनने वाले प्रोडक्ट का इस्तेमाल खासतौर पर कपास, मिर्च और चाय के बागानों में माइट संक्रमण को दूर करने के लिए डिजाइन किया गया है. इसके अलावा यह रस चूसक कीटों पर भी प्रभावी होगा, जो एक लगातार फसल की उत्पादकता और गुणवत्ता को खतरे में डालते हैं.
मीडिया स्टेटमेंट में कहा गया कि भारत के अग्रणी एग्रोकेमिकल निर्माताओं में से एक बेस्ट एग्रोलाइफ लिमिटेड को यह अनूठा फॉर्मूलेशन कई कीटों के खिलाफ कारगर होगा. कंपनी का दावा है कि यह कई तरह के घुन कीट के साथ-साथ सफेद मक्खियों जैसे चूसने वाले कीटों से निपटने में बेहद प्रभावी होगा. ये कीट फसलों और सब्जियों जैसे बैगन, भिंडी और टमाटर के लिए सबसे खतरनाक हैं.
चाय किसानों के लिए घुन की समस्या सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है. इसकी वजह से फसल को 17 फीसदी से 46 फीसदी तक का नुकसान होता है. पेटेंट किया गया फॉर्मूलेशन माइट यानी घुन को अलग-अलग अवस्था में टारगेट करके खत्म करता है. स्वस्थ फसलों और उच्च मूल्य वाले बागानों के लिए बेहतर पैदावार में योगदान देता है. बता दें कि भारत वैश्विक स्तर पर चाय का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और सबसे बड़ा उपभोक्ता.
इससे पहले नवंबर में बेस्ट एग्रोलाइफ को दो प्रोडक्ट हर्बिसाइड 'शॉट डाउन' और कीटनाशक 'बेस्टमैन' के लिए रेगुलेटर से पेटेंट की मंजूरी मिल चुकी है. हेलोक्सीफॉप आर मिथाइल और इमेजेथापायर को मिलाकर हर्बिसाइड 'शॉट डाउन' को बनाया गया है. इसे मूंगफली और सोयाबीन की फसलों में खतरनाक खरपतवारों को नियंत्रित करने में मदद करेगी. जबकि फिप्रोनिल, एबामेक्टिन और टॉलफेनपाइराड के जरिए पेस्टीसाइड 'बेस्टमैन' को बनाया गया है. इसे मिर्च की फसलों को प्रभावित करने वाले कई कीटों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी.
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