कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने गुरुवार को एक बड़ा बयान दिया है. इस बयान के बाद कयास लगाए जाने लगे हैं कि शायद कांग्रेस उत्तर प्रदेश के अमेठी से रॉबर्ट वाड्रा को टिकट दे सकती है. वाड्रा ने कहा है कि अमेठी के लोगों को उम्मीद है कि वह इस संसदीय क्षेत्र से अपनी राजनीतिक शुरुआत करेंगे. उनके इस बयान के बाद से संकेत मिलने लगे हैं कि शायद रॉबर्ट वाड्रा सक्रिय राजनीति में उतर सकते हैं. वाड्रा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कई अहम मुद्दों का जिक्र किया है.
वाड्रा ने कहा कि अमेठी के लोग मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी से परेशान हैं और चाहते हैं कि गांधी परिवार का कोई सदस्य वापस आए. वाड्रा ने कहा, 'जो कोई भी रायबरेली या अमेठी का प्रतिनिधित्व करता है, उसे लोगों की प्रगति, उनकी सुरक्षा के लिए काम करना चाहिए और भेदभाव की राजनीति नहीं करनी चाहिए.अमेठी के लोग अपने वर्तमान सांसद से बहुत परेशान हैं.' साल 2019 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नेता स्मृति ईरानी ने अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ एक बड़ी जीत दर्ज की थी.
यह भी पढ़ें-राहुल गांधी ने वायनाड में दी अपनी संपत्ति की जानकारी, 20 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी के हैं मालिक
वाड्रा ने आगे कहा, 'अमेठी के लोग मानते हैं कि उन्होंने गलती की है क्योंकि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में अक्सर नहीं जाती हैं. वह क्षेत्र की प्रगति के बारे में नहीं सोचती हैं. उन्हें केवल गांधी परिवार के खिलाफ आरोप लगाने, उन्हें अपमानित करने और अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने की परवाह है.' वाड्रा ने आगे कहा कि गांधी परिवार ने वर्षों तक अमेठी, रायबरेली, सुल्तानपुर और जगदीशपुर के लोगों के लिए कड़ी मेहनत की है.
वाड्रा के शब्दों में, 'अमेठी के लोगों को लगता है कि उन्होंने स्मृति ईरानी को चुनकर गलती की है और वे चाहते हैं कि गांधी परिवार का कोई सदस्य वापस आए. वास्तव में, वे मुझसे यह भी उम्मीद करते हैं कि अगर मैं संसद सदस्य बनने का फैसला करता हूं तो मैं उनके निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करूंगा.' वाड्रा की मानें तो लोगो को मालूम है कि उन्होंने कितनी कोशिश की है. लोग उनसे सोशल मीडिया पर जुड़ती है और उनके ऑफिस के बाहर उनसे मिलते हैं. यहां तक उनका जन्मदिन तक मनाते हैं.
यह भी पढ़ें-क्षत्रिय vs पाटीदार : रूपाला के विरोध में क्षत्रिय तो रूपाला के समर्थन में पाटीदार मैदान में उतरे
यह पहली बार नहीं है जब रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में आने का कोई संकेत दिया है. जुलाई 2022 में, वाड्रा ने कहा था कि अगर लोग चाहेंगे तो वह सक्रिय राजनीति में शामिल होने पर विचार करेंगे. उनकी यह टिप्पणी नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष और उनकी सास सोनिया गांधी से पूछताछ के बाद आई थी.
कांग्रेस ने अभी तक पार्टी के गढ़ों रायबरेली और अमेठी पर अपने उम्मीदवारों का खुलासा नहीं किया है. जहां ऐसी चर्चा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं , वहीं पार्टी कार्यकर्ता राहुल गांधी के अमेठी लौटने की उम्मीद कर रहे हैं. साल 2019 में जब राहुल गांधी को अमेठी में हार का सामना करना पड़ा तो 15 साल के बाद अमेठी में गांधी परिवार का कोई शख्स हारा था.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today