
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते शुक्रवार को राजधानी लखनऊ के अमर शहीदपथ स्थित अवध शिल्पग्राम में तीन दिवसीय ‘‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2023’’ का उद्घाटन किया. इसी कड़ी में 'योगीराज' आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यही वजह है कि अब फलों का राजा आम भी अब योगीराज कहलाएगा. योगीराज नाम के इस आम को लखनऊ के किसान एससी शुक्ला ने बाजार में लॉन्च किया है. जिन्होंने पिछले दस साल से इस पर मेहनत की है.
आम महोत्सव का उद्घाटन करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी इस आम को देखकर मुस्कुराए और उन्होंने एससी शुक्ला को इसके लिए आम महोत्सव में सम्मानित भी किया. एससी शुक्ला ने बताया कि योगीराज नाम इसलिए रखा क्योंकि यह आम सेहत के लिए बहुत अच्छा है. इसे खाने के बाद भारीपन महसूस नहीं होता है. इसमें कैलोरी बहुत कम है और इसे किसी भी दूसरे प्रकार के आमों के डीएनए को तोड़कर नहीं बनाया गया है.
शुक्ला ने आगे कहा कि यह एक प्राकृतिक आम है जो पैदा हुआ है. उन्होंने बताया कि इसे खाने के बाद लोग जैसा योग के बाद महसूस करते हैं वैसा इसे खाने के बाद महसूस करेंगे इसलिए इसका नाम योगीराज रखा है.
स्वाद में है मीठा
एससी शुक्ला ने बताया कि यह आम बेहद मीठा है. दशहरी के स्वाद को यह आम टक्कर दे सकता है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अभी उनको इस आम का प्रमाण पत्र नहीं मिला है, जब एक सरकारी प्रमाण पत्र मिल जाएगा तब यह पूरी तरह से योगीराज आम कहलाएगा. आम के अलग-अलग तरह की वैरायटी की खेती करने वाले एससी शुक्ला ने बताया कि अभी इसकी कीमत भी तय नहीं हुई है. अभी सिर्फ यह आम गिफ्ट के तौर पर लोगों को खाने के लिए दिया जा रहा है और फीडबैक लिया जा रहा है. एसपी शुक्ला ने बताया कि योगीराज नाम रखने के पीछे की वजह है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने आम की खेती करने वालों किसानों के लिए बहुत कार्य किया. आज सीएम योगी की वजह से लखनऊ से 2 टन आम मास्को भेजा गया है. उन्होंने बताया आम की खासियत है कि ये योग की मुद्रा में नजर आएगा. इस आम की साइज 9 इंच है.
'योगीराज' आम के 400 पेड़ तैयार
एससी शुक्ला ने इस खास आम के बारे में खुलासा करते हुए बताया कि लगभग 400 पेड़ योगीराज आम के बनकर तैयार होने वाले हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस आम के हल्के रेशे हैं. इस आम की खुशबू भी बहुत ज्यादा है. यानी यह खाने के साथ ही सेहत भी देगा और खुशबू भी देगा और लोगों को एक एनर्जी महसूस होगी. इस आम को बाजार में उतरने में लगभग दो से तीन साल का वक्त लग जाएगा.
महोत्सव में आम की 725 प्रजातियों का प्रदर्शन
बता दें कि लखनऊ में आयोजित तीन दिवसीय आम महोत्सव- 2023 में आम की 725 से ज्यादा किस्मों का प्रदर्शन किया गया है. यह महोत्सव अवध शिल्प ग्राम में 14 से 16 जुलाई तक आयोजित होगा. महोत्सव में मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली एवं हरियाणा आदि राज्यों के किसान और कारोबारी शामिल हुए है.
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