पंजाब के अमृतसर जिले में रविवार को अनाज मंडियों में 20,585 मीट्रिक टन गेहूं की फसल की आवक हुई. इसके साथ ही इस सीजन के दौरान कुल आवक 5.73 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गई है. रविवार को सरकारी एजेंसियों ने 20,042 मीट्रिक टन जबकि निजी व्यापारियों ने 630 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की. सरकारी एजेंसियों ने सीजन के दौरान कुल 5.23 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है, जबकि निजी खरीदारों की हिस्सेदारी 45,064 मीट्रिक टन है.
मंडी बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि बाजारों में आई फसल का 99 प्रतिशत हिस्सा पहले ही खरीदा जा चुका है और रविवार शाम तक केवल 5,517 मीट्रिक टन फसल बिना बिके रह गई थी. अब तक कुल 5.67 लाख मीट्रिक टन खरीद में से केवल 2.65 लाख मीट्रिक टन ही बाजारों से उठाया जा सका है. मंडी बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि 3.02 लाख मीट्रिक टन खरीदा गया स्टॉक अभी भी उठाव के इंतजार में बाजारों में पड़ा हुआ है.
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जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि बाजारों से खरीदे गए पूरे स्टॉक को जल्द से जल्द उठाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि खरीद के 72 घंटे के अंदर खरीदे गए अनाज का उठाव करने का लक्ष्य है. अधिकारियों ने कहा कि इस सप्ताह के अंत तक लगभग 99 प्रतिशत उपज बाजारों में पहुंचने की उम्मीद है क्योंकि फसल पूरी तरह से पक चुकी है और कटाई तेज गति से चल रही है.
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि पंजाब के मुक्तसर जिले में गेहूं उठान में तेजी आ गई है. इसके बावजूद भी खरीदी गई फसल का करीब 50 फीसदी हिस्सा मुक्तसर जिले की अनाज मंडियों में पड़ा हुआ है. खास बात यह है कि तरनतारन जिले में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है. यहां पर खरीदी गई फसल का 67 प्रतिशत अनाज मंडियों में पड़ा है. इसी तरह एसबीएस नगर जिले में 58 प्रतिशत और होशियारपुर जिले में 56 प्रतिशत गेहूं का उठान अभी मंडियों से नहीं हो पाया है. ऐसे में नई आवक लेकर मंडी आने वाले किसानों को परेशानी हो रही है.
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