लोकसभा चुनाव के बीच मोदी सरकार ने प्याज एक्सपोर्ट पर लगी रोक को हटाकर एक तीर से दो निशाने साध लिए हैं. एक तरफ पांच महीने से नाराज चल रहे महाराष्ट्र के किसानों को खुश करने की कोशिश की है तो दूसरी ओर इसी दांव से पाकिस्तान को तगड़ी आर्थिक चोट भी दे दी है. प्याज पर लिए गए भारत के इस एक फैसले से पाकिस्तान में हाहाकार मच गया है. दरअसल, भारत दुनिया का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक और निर्यातक है. लेकिन जनता को महंगाई से बचाने के लिए 7 दिसंबर 2023 से ही भारत ने इसका एक्सपोर्ट बैन कर दिया था, जिसका सबसे ज्यादा फायदा पाकिस्तान उठा रहा था.
पाकिस्तान ने कई देशों को 1300 डॉलर प्रति टन तक के दाम पर प्याज बेचकर मोटा माल कूटा है. उसने 1200 डॉलर प्रति टन तक का तो मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) कर दिया था. लेकिन अब भारत के नए फैसले के बाद पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है और दो ही दिन में उसका दाम 750 डॉलर प्रति टन से टूटकर 450 डॉलर रह गया है. पाकिस्तान से मलेशिया और दुबई में तीन दिन पहले 750 डॉलर प्रति टन के दाम पर प्याज एक्सपोर्ट किया गया था. अब भारत द्वारा एक्सपोर्ट खोलने के फैसले के बाद इसकी रविवार 5 मई को कीमत 590 डॉलर प्रति टन और आज 6 मई को 450 से 490 डॉलर तक रह गई है.
इसे भी पढ़ें: प्याज एक्सपोर्ट पर लगी रोक हटाई गई, लोकसभा चुनाव के बीच मोदी सरकार का बड़ा फैसला
नासिक के प्याज एक्सपोर्टर विकास सिंह का कहना है कि यहां तक कि मिस्र, चीन, म्यांमार और अन्य सभी प्याज एक्सपोर्टरों की कीमतें भारत के फैसले की वजह से कम से कम 100-150 डॉलर प्रति मीट्रिक टन तक कम हो गई हैं. भारत कम से कम 75 देशों को प्याज एक्सपोर्ट करता है. इसलिए इस फैसले का असर पूरी दुनिया पर पड़ा है. पाकिस्तान दुनिया का चौथा बड़ा प्याज एक्सपोर्टर है. यहां के दो प्रांतों सिंध और ब्लूचिस्तान में प्याज की खेती होती है. सिंध प्रांत पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक है.
प्याज का बड़े अंतरराष्ट्रीय कारोबारियों का कहना है कि भारत ने प्याज के दाम को काबू में करने के लिए अगस्त 2023 से ही काम करना शुरू कर दिया था. पहले एक्सपोर्ट पर 40 फीसदी ड्यूटी लगाई गई, उसके बाद 800 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) लगाया गया. उसके बाद दिसंबर की शुरुआत में एक्सपोर्ट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया. उसी वक्त सितंबर से पाकिस्तान के सिंध प्रांत का प्याज आना शुरू हुआ था. ऐसे में पाकिस्तान ने मौके का भरपूर फायदा उठाया. भारत के मार्केट को उसने कैप्चर कर लिया.
हालांकि, अब जब 4 मई को भारत ने 550 यूएस डॉलर प्रति मीट्रिक टन की शर्त के साथ एक्सपोर्ट को खोल दिया है तब पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है. क्योंकि उसे भारत के डर से अपने प्याज का रेट कम करना पड़ रहा है. इस वक्त बलूचिस्तान प्रांत का प्याज आ रहा है. यही नहीं इस साल ब्लूचिस्तान में प्याज की पैदावार लगभग 30 फीसदी ज्यादा है. इसलिए पाकिस्तान को बड़ा नुकसान होने वाला है. क्योंकि वहां बंपर पैदावार की वजह से कीमतें और कम होंगी.
इसे भी पढ़ें: बासमती चावल के एक्सपोर्ट में भारत ने बनाया रिकॉर्ड, पाकिस्तान के विरोध के बावजूद दबादबा कायम
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today