उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने विधान सभा में सूखे एवं बाढ़ की स्थिति पर चर्चा के दौरान सदन में विपक्ष द्वारा लगाये गये आरोपों का करारा जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश की योगी सरकार किसानों के हित में कार्य कर रही है. किसान, गांव व खेतों के लिए आक्रामक ढंग से कार्य किया जा रहा है. फसलों की सिंचाई में व्यवधान न आये, इसके लिए 11 केवी के कृषि फीडरों से दिन में 10 घंटे (सुबह 07ः00 बजे से शाम 05ः00 बजे तक) विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है. आज यूपीपीसीएल ने यह भी निर्णय लिया है कि स्थानीय कारणों व फाल्ट से किसानों के लिए निर्धारित 10 घंटे की विद्युत आपूर्ति में बाधा आती है तो उसकी पूर्ति निर्धारित रोस्टर के पश्चात हर-हाल में की जायेगी.
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति न होने के आरोपों पर यह भी कहा कि वैसे तो सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के लिए निर्धारित 18 घंटे की विद्युत आपूर्ति को देने का पूरा प्रयास कर रही है, फिर भी भीषण गर्मी, आंधी, तूफान या अन्य स्थानीय व्यवधानों व फाल्टों के कारण 18 घंटे के रोस्टर के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों को विद्युत आपूर्ति न होने पर 17 जून, 2023 को यूपीपीसीएल ने इस सम्बंध में एक आदेश जारी किया है कि विद्युत आपूर्ति की उस कमी को शिड्यूल के बाद पूरा किया जाए.
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उन्होंने खासतौर से आजमगढ़, गाजीपुर के विपक्ष के विधायकों द्वारा विद्युत आपूर्ति में गड़बड़ी एवं ट्रांसफार्मर बदलने में देरी के आरोपों पर कहा कि वर्ष 2012 से 2017 तक प्रदेश में 13 हजार मेगावाट विद्युत की उच्चतम मांग थी और 2016-17 में पीक डिमांड 16110 मेगावाट रही, जबकि वर्तमान में 25 हजार से 28 हजार मेगावाट डिमांड चल रही है.
शर्मा ने कहा कि किसान, गांव एवं खेतों के लिए आक्रामक ढंग से कार्य किया जा रहा है. प्रदेश में 21 हजार विद्युत फीडर हैं जिसमें से 5100 फीडरों में कृषि कार्य के कारण भार ज्यादा है. इन्हें सामान्य फीडर से अलग किया जा रहा है. अब तक 2700 फीडरों को अलग किया जा चुका है.उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि पम्पों का सोलराइजेशन भी किया जा रहा है. इसके लिए एससी/एसटी, वनटांगिया, मुसहर जातियों के लिए 100 प्रतिशत तथा अन्य जातियों के लिए 90 प्रतिशत सब्सिडी का प्राविधान है.
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उन्होंने बलरामपुर, गोण्डा, सिद्धार्थनगर जनपद के तराई क्षेत्रों में बाढ़ के कारण सब स्टेशनों के डूब जाने पर कहा कि ऐसे सब स्टेशनों को डूबने से बचाने के लिए ऊंचे स्थानों पर स्थापित करने के प्रयास किये जाएंगे.
यूपी के राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने वर्षा की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि वर्तमान में प्रदेश के सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं, कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं है. बीते 24 घंटे में प्रदेश में 7.2 मि0मी0 औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 7.4 मि0मी0 के सापेक्ष 97 प्रतिशत है. इस प्रकार प्रदेश में 01 जून, 2023 से अब तक 379.2 मि0मी0 औसत वर्षा हुए, जो सामान्य वर्षा 430.9 मि0मी0 के सापेक्ष 88 प्रतिशत है.
राहत आयुक्त ने बताया कि पिछले 24 घंटों में प्रदेश के 07 जनपदों (गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, श्रावस्ती, बस्ती, संत कबीर नगर एवं देवरिया) में 30 मि0मी0 या उससे अधिक वर्षा दर्ज की गई है. प्रदेश में गंगा नदी जनपद बदायूं, फर्रुखाबाद व बलिया एवं घाघरा नदी जनपद बाराबंकी, अयोध्या व बलिया में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है. वर्तमान में प्रदेश के 8 जनपदों के 174 गांव बाढ़ से प्रभावित है.
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