रबी की फसलों पर एमएसपी की बढ़ोतरी, UP के कृषि मंंत्री बोले- किसानों के जीवन में आएगी नई खुशहाली

रबी की फसलों पर एमएसपी की बढ़ोतरी, UP के कृषि मंंत्री बोले- किसानों के जीवन में आएगी नई खुशहाली

दरअसल किसानों को फसलों का उचित दाम मिलने के लिए MSP की व्यवस्था शुरू की गई. इसके तहत सरकार फसलों की एक न्यूनतम कीमत तय करती है, इसे न्यूनतम समर्थन मूल्य कहते हैं.

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रबी की फसलों पर एमएसपी की बढ़ोतरी, UP के कृषि मंंत्री बोले- किसानों के जीवन में आएगी नई खुशहालीउत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (फाइल फोटो)

UP News: उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा केंद्र सरकार की ओर से विपणन सीजन 2024-25 के लिए 6 रबी फसलों के एमएसपी में ऐतिहासिक बढ़ोतरी पर प्रदेश के किसानों तथा राज्य सरकार की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस निर्णय से उत्तर प्रदेश के किसानों के जीवन में नई खुशहाली आएगी.

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को प्रदेश के करोड़ों किसान भाइयों की ओर से आभार प्रकट करते हुए कहा कि इससे उत्तर प्रदेश के किसानों की आमदनी तेजी से बढ़ेगी. प्रधानमंत्री द्वारा प्रतिवर्ष किसानों के उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया जा रहा है. 6 फसलों का लागत के डेढ़ गुने से भी अधिक एमएसपी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. केंद्र सरकार ने विपणन सीजन 2024-25 के लिए रबी फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है, ताकि उत्पादक किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सकें,

एमएसपी में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दाल (मसूर) के लिए 425 रुपये प्रति क्विंटल, रेपसीड-सरसों हेतु 200 रु. प्रति क्विंटल की मंजूरी दी गई है. गेहूं व कुसुम, हरेक के लिए 150 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है. जौ व चने के लिए क्रमश: 115 रुपये प्रति क्विंटल और 105 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है. उन्होंने कहा कि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 150 रुपया प्रति कुंतल बढ़ाने से उप्र के करोड़ों किसानों को विशेष फ़ायदा होगा, क्योंकि उप्र देश का सर्वाधिक गेहूं उत्पादन करने वाला राज्य है. इस निर्णय से तिलहन और दलहन पैदा करने वाले किसानों को भी बड़ा लाभ होगा.

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इससे दलहन और तिलहन में किसानों का रुझान बढ़ने से देश आत्म-निर्भरता की ओर बढ़ सकेगा. बता दें कि प्रदेश में योगी सरकार तिलहन और दलहन का आच्छादन बढ़ाये जाने के लिए बीते वर्ष  से विशेष योजना चला रही है. इसके अंतर्गत तोरिया, सरसों, चना, मसूर के नि:शुल्क मिनीकिट किसानों को उपलब्ध कराये जा रहे हैं.

किसानों की आमदनी और बढ़ेगी

मोदी सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्‍य की तरफ तेजी से बढ़ रही है. कैबिनेट की बैठक में बुधवार को किसानों को सीधे तौर पर फायदा पहुंचाने के लिए बड़े फैसले लिए गए हैं. इसके तहत रबी सीजन की 6 फसलों का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (एमएसपी) करीब 7 फीसदी तक बढ़ा दिया गया है. बीते 9 साल में गेहूं का एमएसपी सबसे ज्‍यादा बढ़ाया गया है. इस बार किसानों को गेहूं पर प्रति क्विंटल 150 रुपये ज्‍यादा मिलेंगे.

सरकार ने गेहूं और सरसों समेत 6 फसलों के एमएसपी को बढ़ाने का फैसला लिया है. गेहूँ, जौ,आलू, चना, मसूर, अलसी, मटर व सरसों रबी की प्रमुख फसलें मानी जाती हैं. गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 150 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ा दिया है.

क्या होता है न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)

दरअसल किसानों को फसलों का उचित दाम मिलने के लिए MSP की व्यवस्था शुरू की गई. इसके तहत सरकार फसलों की एक न्यूनतम कीमत तय करती है, इसे न्यूनतम समर्थन मूल्य कहते हैं. इस व्यवस्था का फायदा यह है कि अगर कभी फसलों की बाजार कीमत गिर भी जाती है, तब भी केंद्र सरकार इस एमएसपी पर ही किसानों से फसल खरीदती है.

 

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