
इस बार बे मौसम बारिश किसानों पर कहर बनकर बरस रही है. देश के कई राज्यों में बारिश ने ऐसा आतंक मचाया है कि किसानों की फसलें तबाह हो गई है. ऐसी की वाक्या महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में देखने को मिला, जहां पिछले 12 दिनों से लगातार हो आ रही तेज आंधी और बारिश ने किसानों का जीना मुश्किल कर दिया है. दरअसल, इस बारिश से मराठवाड़ा के सेनगाव तहसील इलाके में किसानों की मूंगफली की फसल बर्बाद हो गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है.
वहां से आई तस्वीरों से ऐसा प्रतीत होता है कि किसानों की लागत पर पानी फिर गया है. पींपरी गांव में रहने वाले किसान भगवान पोले ने इस साल अपने दो एकड़ खेत में मुंगफली कि फसल लगाई थी. फसल कि बुवाई से लेकर अब तक उन्हें 40 हजार रुपये के करीब खर्च लगा था. वहीं, अब फसल तैयार हो गई थी और अगले दो दिनों में मार्केट पहुंचने वाली थी, मगर उसके पहले ही अचानक आई बेमौसम बारिश ने मुंह का निवाला छीन लिया. हाथ आई फसल को बर्बाद होता देख किसान भगवान पोले के आंखों में आंसू आ गए और वो भावुक हो गए.
किसान भगवान पोले का कहना हैं कि उसने दो एक खेत में मूंगफली कि फसल लगाई थी. मगर बेमौसम बारिश के कारण पूरी फसल बर्बाद हो गई है. यही हाल इस गांव के बाकी किसानों का भी है. गोरेगांव के रहने वाले किसान रामेश्वर खिल्लारी नें भी अपनी डेढ़ एकड़ खेत में मूंगफली लगाई थी. मगर बारिश के कारण पूरी फसल बर्बाद हो गई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि फसलों के पंचनामा करने के लिए उन्होंने कृषि अधिकारी और राजस्व विभाग के अधिकारियों से भी संपर्क किया. मगर अब तक कोई भी अधिकारी या कर्मचारी उनके फसलों का पंचनामा करने के लिए खेत में नहीं पहुंचे हैं.
अगर आकड़ों कि माने तो पिछले 10 दिनों में हिंगोली जिले में अब तक 109 मि.मी के करीब बारिश मापी गई हैं, जिसके कारण बड़े पैमाने पर, मूंगफली, टमाटर, संतरा,केला, प्याज़ और अन्य फसलो का नुकसान हुआ है, जिसे लेकर किसान सरकार सें मांग कर रहे हैं कि सभी फसलो के पंचनामा करके मदत दिलाई जाएं, जिससे किसानों की लागत निकल जाए और उनका नुकसान होने से बच जाए.
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