आज से सिर्फ 33 दिन पहले किसान सिर्फ 2 रुपये प्रति किलो की दर से टमाटर बेचने के लिए मजबूर थे. कोई खेत में ट्रैक्टर चलवा रहा था तो कोई टमाटर सड़क पर और मंडी में फेंक कर सरकार से विरोध जता रहा था. तब किसानों के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए न तो सरकार आगे आई और न आम लोग. अब जब दाम थोड़ा बढ़ गया तो लोग हाय तौबा मचा रहे हैं. महाराष्ट्र की कई मंडियों में टमाटर का न्यूनतम दाम 15 से 55 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. जबकि अधिकतम दाम 56 से लेकर 70 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है.
कई क्षेत्रों में बारिश से टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचा है. इसलिए मंडियों में आवक कम हो गई है. ऐसे में दाम बढ़ा है और पिछले महीने किसानों को हुए घाटे की भरपाई हो रही है. टमाटर एक ऐसी फसल है, जो ज्यादा पानी नहीं लेती है. ऐसे में जहां-जहां पर बारिश हुई है वहां-वहां पर पानी से टमाटर भीगकर खराब हो गये और इसकी शॉर्टेज हो गई है. जिसकी वजह से दाम बढ़ा है.
टमाटर की खेती करने वाले किसान काफी समय से परेशान थे. अलग-अलग राज्यों में 10 से 15 रुपये प्रति किलो तक इसकी उत्पादन लागत आती है, लेकिन किसानों को दाम मिल रहा था सिर्फ 2 से 6 रुपये किलो तक. कभी-कभार दाम 10-12 रुपये मिल रहा था. लेकिन अब बारिश में फसल खराब होने से आवक कम हो गई और दाम बढ़ गया है. इससे किसान खुश हैं. उन्हें उम्मीद है कि दाम और बढ़ेगा. हाल ही में 'किसान तक' से बातचीत में ऑल इंडिया वेजिटेबल ग्रोवर्स एसोसिशन के अध्यक्ष श्रीराम गाडवे ने दाम बढ़ने का अनुमान जताया था.
ये भी पढ़ें-Mandi Rate: टमाटर के दाम में भारी उछाल, सिर्फ 22 दिन में ही बदला बाजार का रुख, किसानों को मिला बंपर फायदा
कृषि क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि सामान्य तौर पर बारिश के दिनों में टमाटर का दाम तेज रहता है. क्योंकि कहीं बरसात तो कहीं बाढ़ से फसल खराब हो जाती है. गाडवे का कहना है कि टमाटर ऐसी फसल है जो बहुत जल्दी खराब हो जाती है इसलिए इसका दाम जितनी तेजी से नीचे गिरता है उतनी ही तेजी से बढ़ भी जाता है. फिलहाल, दाम बढ़ने से किसानों ने राहत की सांस ली है. स्टोरेज का इंतजाम न होने से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ता है. इस साल अप्रैल और मई में तापमान ज्यादा होने की वजह से भी टमाटर की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इसके चलते भी उत्पादन में गिरावट आई है. इस साल फसल पर कीटों का भी काफी अटैक हुआ है.
ये भी पढ़ें-Tomato Price: प्याज के बाद अब टमाटर भी फेंक रहे किसान, सिर्फ 2 रुपये किलो रह गया भाव
(Source: Maharashtra State Agricultural Marketing Board)
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today