पिछले साल की तरह इस साल भी आम जनता का किचन का बजट बिगड़ सकता है. संकेत तो कुछ इसी तरह के मिल रहे हैं. अभी से ही तेलंगाना के निजामाबाद में खुदरा सब्जी की दुकानों में टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में कीमतों में और बढ़ोतरी होने की संभावना है. निजामाबाद कृषि बाजार यार्ड के अधिकारियों का अनुमान है कि यह स्थिति अगले एक महीने तक बनी रहेगी. दरअसल, पिछले साल मॉनसून आने के बाद टमाटर का रेट 350 रुपये किलो तक पहुंच गया था.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हरी मिर्च की कीमत 100 से 120 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच है और अन्य सब्जियां भी महंगी हैं, जिनमें से अधिकांश की कीमत 50 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक है. उदाहरण के लिए, भिंडी और तुरई की कीमत 40 रुपये प्रति किलोग्राम है. प्याज सहित सभी सब्जियों की कीमतों में उछाल आया है. निजामाबाद मार्केट यार्ड के अधिकारियों ने कहा है कि चूंकि किसान सब्जियां नहीं उगा रहे हैं और अन्य फसलों का विकल्प चुन रहे हैं, इसलिए निजामाबाद से बाजार में सब्जियों की आपूर्ति कम हो गई है, जिससे कीमतों में बढ़ोतरी हुई है.
मार्केट यार्ड के अधिकारियों ने कहा कि कुछ किसान जो फसल उगा रहे हैं, वे अपनी सब्जियां बाजार यार्ड में लाने के बजाय सड़क किनारे बेच रहे हैं, जिसके चलते लगभग कोई आवक नहीं हो रही है. इसके कारण व्यापारी अन्य जगहों से सब्जियां खरीदकर थोक बाजार में बिक्री के लिए निजामाबाद ला रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि टमाटर आंध्र प्रदेश के मदनपल्ली से आ रहे हैं, जबकि हरी मिर्च मध्य प्रदेश से आ रही है.
स्थानीय बाजारों में स्टॉक उपलब्ध न होने के कारण, कुरनूल जिले के विभिन्न खुले खुदरा बाजारों में, विशेष रूप से येम्मिगनूर, अदोनी और कुरनूल शहरों में टमाटर की कीमत 80 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है. उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं. पथिकोंडा थोक बाजार में टमाटर की कीमत अगस्त, 2023 में 2 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर जून में 80 रुपये हो गई थी. व्यापारियों का मानना है कि जुलाई के अंत तक स्थिति ऐसी ही बनी रह सकती है.
कीमतों में उछाल का कारण कम बारिश के कारण उत्पादन में कमी को बताया जा रहा है, जिसके चलते उपज में 60 फीसदी की गिरावट आई है. टमाटर की खरीद मदनपल्ली, पालमनेर और चिंतामणि से की जा रही है. रायथू बाजार के संपदा अधिकारी टी हरीश कुमार ने बताया कि लोगों की मांग को पूरा करने के लिए प्रत्येक रायथू बाजार में कम से कम 7-10 टन टमाटर की जरूरत होती है, हालांकि दो टन से भी कम स्टॉक बिक रहा है.
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