भारत में अनेक फलों की खेती की जाती है. लेकिन कुछ फल ऐसे भी होते हैं जिनकी डिमांड लोगों के बीच हमेशा बनी रहती है. उनमें से एक है आम. शायद यही वजह है कि आम को फलों का राजा भी कहा जाता है. आम की अपनी ही मिठास होती है. जिसके कारण इसकी लोकप्रियता हमेशा बनी रहती है. ऐसे में इस बार देश के सबसे बड़े किसान मेले में आम की अनोखी किस्म प्रदर्शनी में आई है. जो आम प्रेमियों के लिए एक अच्छी खबर है. क्योंकि यह किस्म सामान्य वर्ष में तीन बार फल देता है. जिससे लोग अब 12 महीने ताजे आम का स्वाद आसानी से ले सकते हैं.
अखिल भारतीय किसान मेला, पंतनगर में पश्चिम बंगाल के स्टॉल में थाईलैंड प्रजाति के थाई 12 मासी मीठे आम के पेड़ को प्रदर्शनी के लिए रखा गया है. इसकी खास बात यह है कि आम का पेड़ दो साल की उम्र से फल देना शुरू कर देता है. मिठास के मामले में लगड़ा आम भी पीछे छूट गया है. इतना ही नहीं बल्कि यह पेड़ वायरस मुक्त भी है.
आपको बता दें कि उधम सिंह नगर में आम खाने के लिए परेशान लोगों के लिए अच्छी खबर है. अब साल भर ताजे आम का स्वाद ले सकेंगे. अखिल भारतीय किसान मेला पंतनगर में थाईलैंड की थाई 12 मासी मीठा किस्म लोगों की पसंदीदा बनी हुई है. मेले में पश्चिम बंगाल की एक नर्सरी में 12 साल पुराने मीठे आम के पेड़ को प्रदर्शन के लिए रखा गया है. इसकी खास बात यह है कि आम का पौधा दो साल की उम्र से फल देना शुरू कर देता है और आम की यह किस्म एक साल में तीन बार फल देगी. पांच साल बाद एक साल में आम के पौधे से 50 किलो से ज्यादा आम की फसल ली जा सकती है. इतना ही नहीं, पौधे पर फल और फूल एक साथ लगते हैं. थाई की 12 मासी मीठे आम की इस प्रजाति ने मिठास के मामले में लंगड़ा आम की प्रजाति को भी पीछे छोड़ दिया है.
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नर्सरी के मालिक अयान मंडल ने बताया कि थाईलैंड की इस प्रजाति को बांग्लादेश द्वारा विकसित किया गया है. जिसे काटी मैन के नाम से जाना जाता है. बांग्लादेश की नर्सरी द्वारा देश में लॉन्च किया गया है. अब तक गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र, यूपी के किसान इसकी व्यावसायिक खेती कर रहे हैं. इसे पहली बार पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के किसान मेले में प्रदर्शित किया जा रहा है.
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