देश में मॉनसून के दस्तक देते ही धान की बुवाई शुरू हो गई है. दरअसल खरीफ सीजन की प्रमुख फसलों के बाद मक्का का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है. मक्का की उपयोगिता को देखते हुए हरियाणा कृषि विभाग द्वारा इसका उत्पादन बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए कृषि विभाग की ओर से जुलाई के महीने में बुवाई करने के तरीके बताए गए हैं. वहीं कृषि विभाग किसानों को इसकी अधिक उत्पादन देने वाली किस्में की बुवाई करने की सलाह दे रहा है. इन किस्मों की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि इनमें कीट-रोग आदि कम लगते हैं.
जैसा कि बरसात आते ही मक्के की बुवाई शुरू हो जाती है. ऐसे में किसान मक्का की उन्नत संकर किस्मों का चयन कर कम लागत में अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.
देश में मक्का का उत्पादन सबसे अधिक बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में बड़े पैमाने पर होता है. मक्के कि फसल की खासियत यह होती है कि इसे महज तीन महीने में तैयार किया जा सकता है. मक्का का उत्पादन भी अन्य फसलों से अधिक होता है.वहीं हरियाणा कृषि विभाग ने किसानों के लिए संकर की कुछ उन्नत किस्मों की बुवाई की सलाह दी है. जिसमें, एच एच एम-1, एच एच एम-2, एच एम-4, एच एम-5, एच एम-10, एच एम-11, एच क्यू पी एम-1, एच क्यू पी एम-5 और एच क्यू पी एम-4 शामिल है.
मक्के की कौन सी क़िस्में लगाना रहेगा फ़ायदे का सौदा। कैसे करें बिजाई और किन बातों का रखें ध्यान आइये जानें। pic.twitter.com/jahnDr6CMK
— Dept. of Agriculture & Farmers Welfare, Haryana (@Agriculturehry) July 8, 2023
हरियाणा कृषि विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जुलाई के महीने में मक्के की खेती करने वाले किसान कुछ खास बातों का जरूर ध्यान रखें. जैसे, मक्के की बिजाई कतारों में 75 सेैं. मी. की दूरी पर करें. वहीं बिजाई के 10 दिनों के पौधे के अगल-बगल के घासों को हटा दें. वहीं बीज लगभग 3 से 5 सैं. मी. की गहराई में लगाएं. वहीं हरियाण के किसान इन मक्कों की बुवाई 20 जुलाई से पहले कर लें.
हरियाणा के वो किसान जो जुलाई महीने में मक्के की इन उन्नत किस्मों की बुवाई करना चाहते हैं. लेकिन उन्हें अलग इससे जुड़ी अधिक जानकारी चाहिए तो वह कृषि विभाग द्वारा दिए गए टोल फ्री नंबर 18001802117 पर कॉल करके संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा किसान कृषि विभाग के वेबसाइट www.agriharyana.gov.in पर जाकर जानकारी ले सकते हैं.
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