देश में खरीफ फसलों के रकबे में लगातार तेजी दर्ज की जा रही है. कुल रकबा 94 परसेंट तक पहुंच गया है. यानी 1,091.73 लाख हेक्टेयर का 94 फीसद तक बुआई हो चुकी है. अभी तक पिछले साल की तुलना में एक लाख हेक्टेयर अधिक बुआई हो चुकी है. ताजा आंकड़े के मुताबिक, अभी तक देश में धान, मोटे अनाज और गन्ने की खेती में बड़ी तेजी आई है जबकि कपास, दाल और तिलहन की खेती इस बार पिछड़ी हुई है.
सामान्य से 90 परसेंट तक धान की रोपनी हो चुकी है. पिछले साल से इसमें चार फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है. देश में धान की रोपनी को इसलिए भी महत्वपूर्व माना जा रहा है क्योंकि सरकार ने अभी हाल में सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है. देश में चावल की बढ़ती महंगाई को देखते हुए सरकार ने निर्यात पर बैन का फैसला लिया.
अब सरकार ने कहा है कि धान की पैदावार का अंदाजा लगाए जाने के बाद सफेद चावल के निर्यात पर बैन को वापस लिया जा सकता है. इस हिसाब से धान का रकबा अच्छा संकेत माना जा सकता है क्योंकि इससे धान की पैदावार बढ़ने की उम्मीद है. आने वाले समय में इससे चावल की महंगाई भी रुकेगी. मंडियों में धान की आवक और धान के रेट के आधार पर सरकार निर्यात पर लगे बैन को हटाने पर फैसला ले सकती है.
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आने वाले दिनों में फसलों का रकबा और बढ़ने की उम्मीद है. दो हफ्ते के ब्रेक के बाद मॉनसून फिर से अपनी लय में लौटने वाला है. कहीं-कहीं इसकी बारिश शुरू भी हो चुकी है. इसके साथ ही देश के उत्तर-पश्चिम हिस्से में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जिससे बारिश में मदद मिलेगी. अगस्त के शुरुआती 15 दिनों में मॉनसूनी बारिश की कमी 36 परसेंट तक पहुंच गई है जिसमें बारिश शुरू होने के बाद गिरावट आने की संभावना है. इससे पैदावार में बढ़ोतरी की उम्मीद है.
सरकार ने इस बार 1580 लाख टन खाद्यान्नों के उत्पादन का लक्ष्य रखा है जिसमें 1110 लाख टन चावल, 90 लाख टन दालें, 130 लाख टन श्रीअन्न और 240 लाख टन मक्के का अनुमान है. ये अनुमान मौजूदा खरीफ सीजन का है. खरीफ सीजन 2022 में खाद्यान्न का उत्पादन 1550 लाख टन से अधिक रहा था. शुक्रवार को जारी रबका रिपोर्ट के मुताबिक, देश में धान का रकबा 360 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है. यह आंकड़ा कृषि मंत्रालय ने जारी किया है.
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जिन राज्यों में धान का रकबा बढ़ा है उनमें तेलंगाना, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, हरियाणा, बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश शामिल हैं. जिन राज्यों में धान का रकबा घटा है उनमें आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम और ओडिशा हैं. इस बार दालें, तिलहन और कपास के रबके में कमी दर्ज की जा रही है. जिन राज्यों में दाल की खेती कम हुई है उनमें मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, गुजरात और तेलंगाना शामिल हैं.
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