UP: बुंदेलखंड के हर जिले में मिलेट्स प्रसंस्करण खोलने की तैयारी, मोटे अनाज की खेती को मिलेगा बढ़ावा

UP: बुंदेलखंड के हर जिले में मिलेट्स प्रसंस्करण खोलने की तैयारी, मोटे अनाज की खेती को मिलेगा बढ़ावा

Millets Story: डॉ. एनके बाजपेयी ने बताया कि मोटे अनाजों से बने उत्पादों को हमें भोजन का हिस्सा बनाना चाहिए. इससे लोगों को सही पोषण मिल सकेगा. इस परियोजना का सकारात्मक प्रभाव क्षेत्र के किसानों और आम लोगों पर पड़ेगा.

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UP: बुंदेलखंड के हर जिले में मिलेट्स प्रसंस्करण खोलने की तैयारी, मोटे अनाज की खेती को मिलेगा बढ़ावामोटे अनाजों में शुमार श्री अन्न की खेती यूपी के तमाम इलाकों में प्रमुखता से होती है.

 मिलेट्स यानी मोटे अनाज हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए 'सुपरफूड' से कम नहीं हैं. इन अनाजों में सामान्य गेंहू के मुकाबले कई गुना ज्यादा पोषक तत्व होते हैं. इसी क्रम में केंद्र और राज्य सरकार मोटे अनाज की खेती को देशभर में प्रोत्साहित कर रही है. अब यूपी के बुंदेलखंड के सभी जिलों में कृषि विज्ञान केंद्रों में मिलेट्स के प्रसंस्करण, पैकिंग समेत विपणन के लिए एक केंद्र खोला जाएगा, जिससे इस क्षेत्र में मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को फायदा मिल सकता है. जालौन में भूमिपूजन से इसकी शुरूआत हो चुकी है. कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बांदा के निदेशक डॉ. एनके बाजपेयी ने बताया कि मोटे अनाजों से बने उत्पादों को हर घर की थाली में शामिल करना है. 

किसानों को मिलेगा बड़ा फायदा

डॉ. एनके बाजपेयी ने बताया कि मोटे अनाजों से बने उत्पादों को हमें भोजन का हिस्सा बनाना चाहिए. इससे लोगों को सही पोषण मिल सकेगा. इस परियोजना का सकारात्मक प्रभाव क्षेत्र के किसानों और आम लोगों पर पड़ेगा. उन्होंने बताया कि इस परियोजना का निर्माण बुंदेलखंड के सभी जिलों के कृषि विज्ञान केंद्रों में किया जाएगा, जिससे इस क्षेत्र के किसानों को विशेष लाभ मिलेगा. डॉ.बाजपेयी ने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में बुंदेलखंड श्री अन्न फसलों के उत्पादन का प्रमुख क्षेत्र बन जाएगा.

बुंदेलखंड की जलवायु मिलेट्स फसलों के लिए अत्यंत उपयुक्त

इस परियोजना के तहत 95 लाख रुपये की लागत से मिलेट्स प्रसंस्करण, पैकिंग और विपणन केंद्र का निर्माण किया जाएगा. इस परियोजना में आधुनिक मशीनरी और आवश्यक उपकरण स्थापित किए जाएंगे, ताकि मिलेट्स के उत्पादों की गुणवत्ता बेहतर हो सके और उनका विपणन किया जा सके. डॉ. एनके बाजपेयी  ने बताया कि बुंदेलखंड की जलवायु मिलेट्स फसलों के लिए अत्यंत उपयुक्त है. इस कारण राज्य सरकार द्वारा इन फसलों के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन को बढ़ावा दिया जा रहा है.

श्री अन्न की खेती को मिलेगा बढ़ावा

बता दें कि योगी सरकार की मिलेट्स पुनरुद्धार योजना में श्री अन्न की खेती और संवर्द्धन पर काम करने वाले किसानों को उद्यमी बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसमें किसानों को Millets Processing Unit लगाने से लेकर Millets Mobile Van शुरू करने के लिए किसानों को अनुदान दिया जा रहा है. इसका मकसद किसानों को श्री अन्न के तेजी से उभरते बाजार की श्रृंखला से जोड़ना है. जिससे किसानों को मिलेट्स के तमाम उत्पादों को उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के एवज में लाभकारी मूल्य मिल सके. गौरतलब है कि सरकार किसानों एवं उपभोक्ताओं को मिलेट्स के प्रति जागरूक करने के लिए भी बड़े पैमाने पर प्रयास कर रही है.

 

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