Marigold Farming: त्योहारों में बढ़ जाती है गेंदे की मांग,किसान इन किस्मों की खेती कर कमा सकते हैं बेहतर मुनाफा 

Marigold Farming: त्योहारों में बढ़ जाती है गेंदे की मांग,किसान इन किस्मों की खेती कर कमा सकते हैं बेहतर मुनाफा 

नवरात्रि,दीवाली और गणेश चतुर्थी इन त्योहार के समय बाजार में गेंदा फूल की सबसे ज्यादा डिमांड होती हैं ऐसे में किसान इसकी खेती कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. बाज़ारो में इसकी मांग बनी रहती है जानिए इसकी खेती के लिए कैसी होनी चाहिए मिट्टी और किस्म.

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Marigold Farming: त्योहारों में बढ़ जाती है गेंदे की मांग,किसान इन किस्मों की खेती कर कमा सकते हैं बेहतर मुनाफा जानिए गेंदे की खेती के बारे में (photo kisan tak)

भारत में फूलों की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है जिसे धार्मिंक अनुष्ठानों के अलावा कई प्रॉडक्ट्स बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है. खरीफ सीजन में ज्यादातर किसान फल-सब्जियों के मुकाबले फूलों की फसल लगाना ज्यादा पसंद करते हैं. खासकर बात करें गेंदा के फूल की तो नवरात्रि से लेकर दीवाली और गणेश चतुर्थी के त्योहारों में गेंदे फूल की मांग अधिक रहती हैं ऐसे में अगर किसान सही तरीके से गेंदे के फूल की खेती करते हैं तो इससे उन्हें अच्छा मुंनाफा मिल सकता हैं. 

विशेषज्ञों के अनुसार गेंदे के फूल की खेती सीजन के हिसाब से की जाती है. गर्मी के सीजन में जनवरी महीने में फूल लगाए जाते है. जिनका नवरात्र के दिनों में पूजा पाठ में खूब इस्तेमाल होता है और बाजार में अच्छी कीमत भी मिलती है. इसके बाद अप्रैल मई और फिर सर्दी शुरू होने से पहले अगस्त-सितंबर में फूलों की खेती की जाती हैं. महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू होने वाला ऐसे में यहां के किसान कम समय में गेंदे की खेती कर बढ़िया कमाई कर सकते हैं. इसकी खेती से अच्छा उत्पादन लेने के लिये ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती. बाजार में गेंदा के फूल का भाव  80 से 100 रुपये प्रति किलो होता है, जो त्यौहारों तक 100 से 150 रुपये प्रति किलो के भाव भी बिकता है.

इन राज्यों में में अधिक होती है खेती 

दुनियाभर में गेंदा की 50 प्रजातियां पाई जाती है, जिनमें से तीन प्रजातियों को व्यावसायिक खेती के नजरिये से उगाया जाता है. भारत में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के खेत-खलिहान गेंदा के फूल से महकते रहते हैं.

कैसे होनी चाहिए मिट्टी

गेंदा को विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है उपजाऊ, जल धारण करने वाली लेकिन अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी ज़ेंडू के लिए अच्छी होती है. गेंदा 7.0 से 7.6 के सतह क्षेत्र वाली मिट्टी में अच्छी तरह से बढ़ता है. गेंदे की फसल को धूप की बहुत जरूरत होती है. पेड़ छाया में अच्छे से बढ़ते हैं लेकिन फूल नहीं आते.

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गेंदा की उन्नत किस्में

गेंदा फूलों की खेती करके अच्छा उत्पादन कमाना चाहते हैं तो इसकी उन्नत किस्मों का ही चयन करें, ताकि फसल में ज्यादा देखभाल की जरूरत ना पड़े और इनसे अच्छा उत्पादन मिल जाये.इसके अफ्रीकन किस्में काफी मशहूर है, लेकिन पूसा संस्थान द्वारा विकसित पूसा नारंगी, पूसा बसंती और पूसा अर्पिता किस्म र किस्में अच्छे माने जाते हैं.

कितना होना चाहिए  तापमान 

गेंदे की खेती में ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं होती है. तीनों मौसम में इस फूल की खेती की जा सकती है. इसके लिए तकरीबन 15 से 29 सेल्सियस तापमान होना चाहिए.अगर तापमान इससे ज्यादा हुआ तो पौधों को नुकसान हो सकता है. किसान भाई आसानी से 25 से 30 हजार रुपये लगाकर इसकी खेती से 2 लाख तक का मुनाफा हासिल कर सकते है. 

जरूर करें फसलों की पिंचिंग

रोपाई के 1 महीने के अंतराल के बाद गेंदे की फसल में पिंचिंग जरूर करें. ऐसा करने पर अतिरिक्त शाखाएं निकलती रहती है. इससे फूलो की संख्या में बढ़ोत्तरी होती है और उपज पहले के मुकाबले बढ़ जाती है. इन फूलों को आप 2 से 3 महीने के अंदर तोड़ सकते हैं.


 

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