अधिक ठंड से बढ़ा पाले का खतरा, किसानों के लिए IMD ने जारी की चेतावनी

अधिक ठंड से बढ़ा पाले का खतरा, किसानों के लिए IMD ने जारी की चेतावनी

ठंड अधिक बढ़ने से पाला (ground frost) का खतरा होता है. पाला रबी फसलों (rabi crop) को नुकसान पहुंचा सकता है. पाले से फसलों पर कीट और रोग का प्रकोप बढ़ जाता है. कोहरा भी एक हफ्ते या 10 दिन से ज्यादा रुक जाए तो फसलों को नुकसान हो सकता है. अभी पश्चिमी विक्षोभ चलने से कोहरा नहीं है, लेकिन बाद में इसकी संभावना बनती है.

Advertisement
अधिक ठंड से बढ़ा पाले का खतरा, किसानों के लिए IMD ने जारी की चेतावनीपाले से रबी फसलों को भारी नुकसान होने की संभावना है

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ठंड और पाले को लेकर नई चेतावनी जारी की है. आईएमडी ने कहा है कि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ इलाकों में बुधवार तक पाले (ground frost) की स्थिति देखी जा सकती है. चूंकि इन प्रदेशों में कड़ाके की ठंड (cold wave) पड़ रही है, इसलिए पाले का खतरा बढ़ गया है. पाले से रबी फसलों (rabi crop) का बहुत नुकसान होता है जिसे लेकर कृषि वैज्ञानिक और मौसम विभाग लगातार चेतावनी जारी करता रहा है. सोमवार को उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में 15-20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं जिससे कोहरा छंट गया. कोहरा छंटने से लोगों को राहत मिली है.

आईएमडी ने जिस पाले को लेकर आगाह किया है, उससे फसलों का भारी नुकसान होता है. अभी तक कहीं से पाले की खबर नहीं है, इसलिए रबी फसल (rabi crop) पर किसी प्रतिकूल असर जैसी बात नहीं है. हालांकि आगे तापमान और गिरता है और कोहरा बढ़ता है, तो पाला (frost) रबी फसलों को बर्बाद कर सकता है. पाला तब गिरता है जब रात का तापमान लगातार गिरता है या कई दिनों तक तापमान बहुत कम रहता है और साथ में घना कोहरा भी हो. ऐसी स्थिति में पाला फसलों को मार देता है.

ये भी पढ़ें: बुकनी बर्बाद कर सकती है मटर की फसल, क्या है यह रोग और कैसे करें बचाव

IMD ने अपने मौसम पूर्वानुमान में कहा है कि देश के उत्तर और उत्तर-पश्चिमी हिस्से में मंगलवार 17 जनवरी तक न्यूनतम तापमान में दो डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जाएगी और फिर बुधवार से शनिवार तक तापमान में तीन से पांच डिग्री तक की बढ़त देखी जाएगी. पूर्वी भारत में भी कड़ाके की ठंड पड़ेगी और बुधवार से शनिवार के बीच तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी देखी जा सकती है. 

देश के कई हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखा जा रहा है जिससे नमी और बादल छंटते हुए दिख रहे हैं. इससे कोहरे की स्थिति बनती दिख रही है. अगले पांच दिनों में बिहार, असम, मेघालय और त्रिपुरा में कोहरा (dense fog) फिर से लौट सकता है. इन इलाकों में रात और सुबह में कोहरा छा सकता है. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में अगले कुछ दिनों में ठंड कम होने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ में गर्म और नम हवाएं मध्य पूर्व की तरफ से चलती हैं. पश्चिमी विक्षोभ उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में आने से मौजूदा हवा की दिशा बदल जाएगी. इस तरह हिमालय की तरफ से आने वाली ठंडी हवाओं का आना रुक जाएगा जिससे तापमान में बढ़ोतरी होगी और ठंड (biting cold) कम हो जाएगी.

ये भी पढ़ें: ठंड में सड़क किनारे लगे पौधों को पाले से कैसे बचाएं, कृषि वैज्ञानिक ने दिखाया तरीका

ठंड से रबी फसलों को फायदा होता है, लेकिन कोहरा बर्बादी ला सकता है. खासकर गेहूं के लिए कोहरा बड़ा खतरा पैदा कर सकता है. कोहरा एक हफ्ते या 10 दिन लगातार रुक जाए तो गेहूं में रोग लगने का डर होता है. कोहरा लगातार बने रहने से पौधों में जरूरी गर्मी नहीं बन पाती जिससे पौधों पर कीट और रोग का प्रकोप आसान हो जाता है. खतरा तब और बढ़ जाता है जब कोहरे के साथ पाले का असर हो. 

मंगलवार रात से पश्चिमी विक्षोभ चलने की संभावना जताई गई है जिससे मौसम में थोड़ी गर्मी आ सकती है. इस विक्षोभ के साथ बादल भी आएंगे जिससे बारिश और बर्फबारी का अनुमान है. जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टीस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में शुक्रवार तक बारिश की संभावना बनी है.

POST A COMMENT