दीपावली पर गेंदा फूल की भारी डिमांड, उधमपुर के किसानों को हो रहा अच्‍छा मुनाफा

दीपावली पर गेंदा फूल की भारी डिमांड, उधमपुर के किसानों को हो रहा अच्‍छा मुनाफा

देश में दिवाली की धूम के बीच उधमपुर के गेंदा किसानों के चेहरे पर रौनक है. यहां कई महिलाएं भी गेंदे की खेती से जुड़ी हैं, जिन्‍हें दिवाली के समय अच्‍छा मुनाफा हो रहा है. सरकार की ओर से इन्‍हें सब्सिडी दी जा रही है. साथ ही फूल बेचने में भी मदद की जा रही है.

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दीपावली पर गेंदा फूल की भारी डिमांड, उधमपुर के किसानों को हो रहा अच्‍छा मुनाफादीपवली पर गेंदा किसानों को हो रहा फायदा. (फोटो-एएनआई)

दीपावली के त्‍योहार को लेकर बाजार में रौनक है. इस बार फूलों की मांग भी बहुत ज्‍यादा है. ऐसे में जम्‍मू-कश्‍मीर में उधमपुर के किसान काफी खुश हैं. यहां के किसानों को गेंदे के फूल की खेती से अच्‍छा मुनाफा हो रहा है. 12 सालों से गेंदे की खेती कर रही अनीता शर्मा ने कहा कि दिवाली के समय मुनाफा बहुत ज्यादा होता है. वे चार से पांच लोग खेत में काम करते हैं और गेंदा जमा करते हैं. अभी दिवाली के समय फूलों की बहुत ज्यादा डिमांड है, जिससे अच्‍छा मुनाफा हो रहा है.

खाली समय में मह‍िलाएं कर रहीं खेती

एक अन्‍य मह‍िला गीता देवी ने बताया कि कई बार वे फूल पहुंचाने के लिए बहुत दूर जाती हैं. वे अपने खाली समय में गेंदा की खेती करती हैं. वह भी पिछले 12 सालों से यह काम कर रहीं हैं. "मैं पिछले 12 सालों से काम कर रही हूं. कई बार तो हम फूल देने के लिए बहुत दूर जाते हैं और जब भी हमारे घर पर खाली समय होता है, तो हम यहां खेती करने आते हैं."

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100 रुपये किलो बिक रहे फूल

उधमपुर जिले में काम करने वाले सुपरवाइजर चंपाल ने बताया कि तीन अलग-अलग जिलों में 25 कर्मचारी को फूलों की खेती के लिए सब्सिडी दी जा रही है. चंपाल ने कहा, "अभी तीन अलग-अलग जिलों में करीब 25 लोग काम कर रहे हैं. हम उन्हें सब्सिडी दे रहे हैं. साथ ही पौधों के उपचार के लिए दवाइयां भी देते हैं. आम तौर पर फूलों की  कीमत 50 रुपये प्रति किलो होती है, लेकिन दिवाली के दौरान कीमत 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाती है, जिससे काफी मुनाफा होता है."

सरकार उपज बेचने में कर रही मदद

थियाल के किसान और राज्य में गेंदे की खेती शुरू करने वाले दीपक शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ सालों में जिले में खेती के हालातों में सुधार हुआ है. शर्मा ने कहा, "मैंने बहुत पहले करीब 12 से 15 साल पहले खेती शुरू की थी. पिछले कुछ सालों में गेंदे की खेती में बहुत सुधार हुआ है. आज, पहले से ज्यादा लोग गेंदे की खेती कर रहे है. करीब 10 से 11 महिलाएं इससे जुड़ी हैं. सरकार भी काफी मदद कर रही है. हमें योजनाओं के माध्‍यम से सब्सिडी का लाभ मिल रहा है. यहां तक ​​कि सरकार फूलों की बिक्री में भी सहायदता दे रही है." (एएनआई)

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