Makoy Farming: कम खर्च, ज्यादा कमाई, मकोय की खेती ने बदली किसानों की किस्मत

Makoy Farming: कम खर्च, ज्यादा कमाई, मकोय की खेती ने बदली किसानों की किस्मत

मकोय की खेती किसानों के लिए कम खर्च में ज्यादा मुनाफा देने वाली खेती बन रही है. सर्दी से लेकर गर्मी तक इसकी मांग बनी रहती है. एक बीघा खेत में मकोय उगाकर किसान 40 से 50 हजार रुपये तक कमा सकते हैं. सही समय पर बुआई और देखभाल से यह खेती छोटे किसानों के लिए भी फायदेमंद है.

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Makoy Farming: कम खर्च, ज्यादा कमाई, मकोय की खेती ने बदली किसानों की किस्मतमकोय की खेती से लगातार हो रहा मुनाफा

आज के समय में किसान की सोच धीरे-धीरे बदल रही है. पहले किसान केवल गेहूं, धान जैसी परंपरागत फसलें उगाते थे. लेकिन अब किसान ऐसी खेती करना चाहते हैं, जिससे कम समय में ज्यादा पैसा मिल सके. इसी कारण अब सब्जी, फल और फूल की खेती की ओर किसान तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसी ही एक खास और फायदेमंद खेती है मकोय की खेती, जो सर्दी से लेकर गर्मी तक बाजार में खूब बिकती है.

क्या है मकोय की खेती

मकोय एक प्रकार की सब्जी और औषधीय पौधा है. इसका फल और साग दोनों बाजार में बिकते हैं. इसकी मांग सर्दी, गर्मी और बरसात- तीनों मौसम में बनी रहती है. यही कारण है कि किसान इसे उगाकर अच्छी कमाई कर रहे हैं. मकोय की खेती दरधा नदी के किनारे रेतीली मिट्टी में की जा रही है. यहां लगभग 3 हेक्टेयर जमीन में मकोय की फसल लगी हुई है और करीब एक दर्जन किसान इससे जुड़े हुए हैं.

कब और कैसे होती है बुआई

मकोय की बुआई जुलाई महीने से शुरू हो जाती है. यह पौधा ज्यादा देखभाल नहीं मांगता. सर्दी के मौसम में एक बीघा खेत में मकोय के साथ मूली भी उगाई जाती है. कुछ ही समय में पौधों पर फल आने लगता है. सरस्वती पूजा के समय से मकोय की तुड़ाई शुरू हो जाती है. यह फसल छठ पूजा तक लगातार तोड़ी जाती है.

मकोय की खेती के फायदे

मकोय की खेती करने वाले किसान बताते हैं कि उनके पूर्वज भी अनाज छोड़कर सब्जी, फल और फूल की खेती करते थे. उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज वे मकोय उगा रहे हैं. इस खेती का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें कम खर्च आता है और मुनाफा ज्यादा मिलता है. साथ ही बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है.

कितना खर्च और कितनी कमाई

अगर एक बीघा खेत में मकोय की खेती की जाए, तो कुल खर्च लगभग 8 हजार रुपये आता है. इसमें बीज, खाद और मेहनत का खर्च शामिल होता है. वहीं, अगर फसल अच्छी हो जाए तो एक सीजन में 40 से 50 हजार रुपये तक की कमाई हो सकती है. यानी किसान को करीब 5 गुना तक फायदा मिल सकता है. हालांकि किसान यह भी कहते हैं कि मौसम अच्छा रहे और मेहनत सही हो, तभी यह मुनाफा संभव है.

बीज भी खुद तैयार होता है

मकोय की फसल से आखिरी फल को बीज के लिए छोड़ दिया जाता है. वही बीज अगली बार बुआई में काम आता है. इससे किसान को हर बार नया बीज खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती और खर्च और भी कम हो जाता है.

हटकर खेती करने की सलाह

किसान मानते हैं कि परंपरागत खेती जरूरी है, लेकिन उसके साथ कुछ नया करना भी जरूरी है. हटकर खेती करने से ही सही आमदनी होती है. मकोय जैसी सब्जी की खेती से सालभर परिवार का खर्च चलता है. बच्चों की पढ़ाई-लिखाई होती है और जीवन अच्छा चलता है.

छोटे किसानों के लिए बड़ा मौका

मकोय की खेती छोटे किसानों के लिए एक अच्छा अवसर है. कम जमीन, कम खर्च और ज्यादा कमाई- यही इसकी सबसे बड़ी खासियत है. अगर किसान सही तरीके से मकोय की खेती करें, तो वे कम समय में अच्छी आमदनी पा सकते हैं. यह खेती सच में किसानों को मालामाल बना सकती है.

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