गेंदा के फूलों की खेती को किसानों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. विशेषज्ञों की मानें तो इसकी खेती करके किसान ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. गेंदा वह फूल है जिसका प्रयोग आमतौर पर हर भारतीय के घर में पूजा-पाठ से लेकर शादी-विवाह और कई तरह के समारोह में जमकर होता है. कहीं इसके सजाने के लिए प्रयोग करते हैं तो कहीं माला के तौर पर इसका प्रयोग किया जाता है. गेंदा की एक किस्म को हाल ही में किसानों के लिए काफी फायदेमंद बताया गया है. इस किस्म को हिसार ब्यूटी के नाम से भी जानते हैं.
गेंदे की किस्म हिसार ब्यूटी किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है. यह एक बौने आकार की किस्म है जो रोपाई के 40-45 दिनों में ही फूल देना शुरू कर देती है. इस किस्म का प्रयोग सजावट के लिए तो किया ही जाता है साथ ही साथ यह कई और कामों में भी प्रयोग में आती है. यह फूल देने में काफी आगे है और काफी लंबे समय तक इस पर फूल आते रहते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार अगर इसे 20x20 सेंमी. तक की दूरी पर लगा जाए तो इससे प्रति एकड़ 10.3 टन तक की फसल हासिल की जा सकती है.
यह भी पढ़ें-गुलाब के पौधे की छंटाई के बाद सूखने लगें टहनियां तो हो जाएं सावधान, तुरंत डालें ये खाद
इस किस्म की पौध तैयार करने के लिए जुलाई से सितंबर के बीच इसके बीज बोने चाहिए. बीज को क्यारियों में डालने के बाद बारीक गोबर की खाद की हल्की परत चढ़ायें और क्यारियों को सूखी घास या पत्तियों से ढ़क दें. ध्यान रखें कि पौधों की सिंचाई सर्दियों में 10-15 दिन के अंतर पर और गर्मियों में 5 से 7 दिनों के अंतर पर ही करें. अगर आप इसकी किस्म को ट्रांसप्लांट कर रहे हैं तो उर्वरकों का प्रयोग सही ढंग से करें ताकि इनकी ग्रोथ अच्छी हो सकें.
यह भी पढ़ें-मछली तालाब के लिए बड़ी समस्या हैं फालतू के पौधे, अभी उपाय करें वर्ना घट जाएगी कमाई
इसके फूलों से रंग और हाई क्वालिटी का इत्र और इसके तनों और पत्तों से तेल निकाला जाता है जो काफी महंगा होता है. वहीं मेडिकल सेक्टर में इसका काफी प्रयोग होता है. गेंदे का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के लिए किया जाता है, जिसमें पेट की समस्याएं, खांसी, जुकाम में इसका प्रयोग काफी कारगर साबित होता है. गेंदे की पंखुड़ियों से मरहम और अर्क बनाया जाता है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today