गुलाब के पौधे की छंटाई के बाद सूखने लगें टहनियां तो हो जाएं सावधान, तुरंत डालें ये खाद 

गुलाब के पौधे की छंटाई के बाद सूखने लगें टहनियां तो हो जाएं सावधान, तुरंत डालें ये खाद 

कभी-कभी कटाई-छंटाईं के बाद गुलाब की कुछ टहनियां सूखने लगती हैं. ऐसे में आपको किस तरह की खाद की जरूरत पड़ेगी, यह जानना भी बहुत जरूरी है. सभी पौधों की ही तरह गुलाब को भी जिन मैक्रोन्यूट्रिएंट्स की जरूरत होती हैं उनमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम सबसे अहम हैं. लेकिन इसका प्रयोग कैसे करना है, यह जानना भी बहुत जरूरी है. 

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गुलाब के पौधे की छंटाई के बाद सूखने लगें टहनियां तो हो जाएं सावधान, तुरंत डालें ये खाद गुलाब के पौधे को भी कई तरह के पोषक तत्‍वों की जरूरत होती है

गुलाब का पौधा देखने में खूबसूरत लगता है और बगीचे में कई रंगों में खिले गुलाब किसी का भी दिल जीत लेते हैं. लेकिन गुलाब हमेशा बेस्‍ट रहे इसके लिए जरूरी है कि उसे पोषक तत्‍व लगातार मिलते रहें. हेल्‍दी गुलाब का पौधा न केवल अच्‍छी फसल देता है बल्कि कीड़ों और बाकी बीमारियों से भी दूर रहता है. यूं तो बाजार में कई तरह के उर्वरक मौजूद हैं लेकिन कौन से बेस्‍ट हैं, यह जानना भी बहुत जरूरी है. गुलाबे के पौधों को कौन सी खाद कब देनी, यह जानना बेहद जरूरी है. 

कब होती है पौधे की कटाई-छंटाई 

सितंबर महीने के मध्य से लेकर अक्टूबर के मध्‍य तक जमीन की सतह से 30 सेंमी. ऊपर से गुलाब के पौधों की कटाई-छंटाई की जाती है. गमलों में लगे पौधों में इसी समय हर पौधा 4 से 5 टहनियां होनी चाहिए और हर टहनी की संख्या 5 से 6 होनी चाहिए. मिनिएचर, पोलिएन्था और लता गुलाबों में काट-छांट की कोई जरूरत नहीं होती है और सिर्फ सूखी टहनियां ही काटी जाती हैं.

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गुलाब के लिए जरूरी मैक्रोन्यूट्रिएंट्स

अक्‍सर ऐसा देखा गया है कि कभी-कभी कटाई-छंटाई के बाद गुलाब की कुछ टहनियां सूखने लगती हैं. ऐसे में आपको किस तरह की खाद की जरूरत पड़ेगी, यह जानना भी बेहद जरूरी है. सभी पौधों की ही तरह गुलाब को भी जिन मैक्रोन्यूट्रिएंट्स की जरूरत होती हैं, उनमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम सबसे अहम हैं. लेकिन इसका प्रयोग कैसे करना है, यह जानना भी बहुत जरूरी है. 

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खेत में लगे पौधों में कितनी खाद 

  • गोबर की खाद - 50 टन प्रति हेक्टेयर 
  • यूरिया - 800 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर 
  • सिंगल सुपर फास्फोरस - 1250 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर 
  • म्यूरेट ऑफ पोटाश- 320 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर 

अगर आप फास्फोरस डीएपी से देना चाहते हैं तो फिर डीएपी सिंगल सुपर फास्फेट की मात्रा का एक तिहाई हिस्सा डालें और यूरिया का भी 1/5 हिस्सा कम कर लें. 

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खाद देने का सही समय 

  • खाद में फास्फोरस, पोटाश और आधी नाइट्रोजन को गुलाब के पौधों की कटाई-छंटाई के बाद सितंबर के मध्‍य से अक्टूबर के मध्‍य में डालें. 
  • इसके पांच हफ्ते के बाद नाइट्रोजन की बाकी बची आधी मात्रा डालें. 
  • बसंत के मौसम में अच्छे फूल आएं, इसके लिए 10 ग्राम नाइट्रोजन और 10 ग्राम पोटाश की अतिरिक्त मात्रा प्रति पौधा जनवरी में डालें. 
  • पौधे को मैक्रोन्यूट्रिएंट्स मिलते रहें, इसके लिए 0.3 प्रतिशत, जिंक सल्फेट, मैग्नीशियम सल्फेट और मैगनीज को नवंबर के आखिरी हफ्ते में छिड़कें. 
  • बसंत के मौसम में अच्छी बहार लेने के लिए यह छिड़काव फरवरी में करें. 

 

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