प्याज की बढ़ी कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद, केंद्र ने 71 हजार टन प्याज खरीदा, बाजार में आपूर्ति बढ़ाने की तैयारी  

प्याज की बढ़ी कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद, केंद्र ने 71 हजार टन प्याज खरीदा, बाजार में आपूर्ति बढ़ाने की तैयारी  

उपभोक्ता मामलों के विभाग के आंकड़ों के अनुसार बीते शुक्रवार को अखिल भारतीय प्याज की औसत खुदरा कीमत 38.67 रुपये प्रति किलोग्राम थी. जबकि, मॉडल कीमत 40 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज की गई. हालांकि, देश के कई बाजारों में खुदरा कीमतें 45 रुपये से लेकर 50 रुपये प्रति किलो तक दर्ज की गईं.

Advertisement
प्याज की बढ़ी कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद, केंद्र ने 71 हजार टन प्याज खरीदा, बाजार में आपूर्ति बढ़ाने की तैयारी  केंद्र ने 70,987 टन प्याज खरीद लिया है.

प्याज की बढ़ती कीमतों से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने बफर स्टॉक के लिए अब तक 71,000 टन प्याज खरीद लिया है. देश के कई बाजारों में प्याज की खुदरा कीमत 45 रुपये के पार पहुंच गई है. जबकि कई बाजारों में कीमत 50 रुपये प्रति किलो तक है. उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र खुले बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए महाराष्ट्र की कुछ मंडियों में बीते दिनों नेफेड के अधिकारियों ने जांच अभियान भी चलाया. 

उपभोक्ता मामलों के विभाग के आंकड़ों के अनुसार बीते शुक्रवार को अखिल भारतीय प्याज की औसत खुदरा कीमत 38.67 रुपये प्रति किलोग्राम थी. जबकि, मॉडल कीमत 40 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज की गई. हालांकि, देश के कई बाजारों में खुदरा कीमतें 45 रुपये से लेकर 50 रुपये प्रति किलो तक दर्ज की गई थीं. प्याज की बढ़ती कीमतों के चलते खाद्य महंगाई दर ऊपर जाने का दबाव बढ़ गया है. उम्मीद जताई गई है कि देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून की प्रगति के साथ खुदरा कीमतों में कमी आएगी. 

थोक कीमतों में 30 फीसदी का उछाल 

एशिया की सबसे बड़ी मंडियों में शुमार दिल्ली की आजादपुर मंडी में प्याज की थोक कीमतों में इस महीने तेज बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. प्याज की थोक औसत कीमत 3 जून 2024 को 750 रुपये प्रति क्विंटल थी जो 18 जून को करीब 30 फीसदी बढ़कर 1000 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गई. जबकि, प्याज की मॉडल कीमत 3 जून को 1625 रुपये प्रति क्विंटल थी, जो बढ़कर 18 जून को 2094 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गई है. 

बफर स्टॉक के लिए 70 हजार टन प्याज खरीदा   

प्याज की आपूर्ति बनाए रखने के लिए सरकार ने इस साल अब तक बफर स्टॉक के लिए लगभग 71,000 टन प्याज खरीदा है, जो 5 लाख टन खरीद टारगेट में से है. रिपोर्ट के अनुसार उपभोक्ता मामलों के विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 20 जून तक केंद्र ने 70,987 टन प्याज खरीदा है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 74,071 टन प्याज खरीदा गया था. बीते साल की खरीद तुलना में आंकड़ा थोड़ा कम है. 

स्टॉक से बाजार में प्याज उतारने की तैयारी  

रिपोर्ट के अनुसार इस साल रबी प्याज के उत्पादन में लगभग 20 प्रतिशत की गिरावट आई है. सरकार मूल्य स्थिर रखने के लिए प्याज की 5 लाख टन की टारगेट खरीद को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. प्याज की कीमतों में स्थिरता बनाए रखने के लिए सरकार बफर से प्याज को बाजारों में उतारने का निर्णय ले सकती है. कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार पिछले साल अगस्त से ही कोशिशें कर रही है. बीते दिनों सहकारी संस्था नेफेड ने ट्रेडर्स और खरीद केंद्रों पर स्टॉक-बिक्री की जांच की. 

ये भी पढ़ें - 

POST A COMMENT