महाराष्ट्र के लातूर में मंगलवार को किसानों ने बड़ा विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन जिलाधिकारी के दफ्तर के सामने किया गया. किसानों ने आरोप लगाया कि सोयाबीन की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP पर नहीं की जा रही है जिसके विरोध में किसानों को प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने की नौबत आई है. महाराष्ट्र में कई महीने से सोयाबीन का मुद्दा गर्माया हुआ है. यहां तक कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी यह मामला उछला था. सत्तारूढ़ एनडीए सरकार को जब लगा कि किसान नाराज हो सकते हैं तो सोयाबीन की एमएसपी बढ़ाए जाने का ऐलान किया गया. लेकिन अब लातूर के किसानों का आरोप है कि एमएसपी पर सोयाबीन की खरीद रोक दी गई है.
लातूर में सोयाबीन की एमएसपी पर खरीद के अब चार दिन बचे हैं. इससे किसानों में परेशानी देखी जा रही है क्योंकि उनके पास उपज बची हुई है और वे सरकार से खरीद की तारीख बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. इस परेशानी के बीच प्रशासन ने खरीद रोक दी और सोमवार रात तक खरीद का टारगेट पूरा होने का हवाला दिया. इसके बाद मंगलवार से खरीद केंद्रों पर सोयाबीन की खरीद को बंद कर दिया गया.
एमएसपी पर खरीद केंद्रों को बंद करने के विरोध में बड़ी संख्या में किसान सोयाबीन की बोरियों से भरे 100 ट्रैक्टर लेकर आए और बरशी रोड स्थित कलेक्टर कार्यालय के सामने जमा हो गए. विरोध प्रदर्शन के कारण ट्रैफिक जाम हो गया और सड़क पर दूर-दूर तक गाड़ियों की कतार लग गई. शाम 4 बजे शुरू हुआ प्रदर्शन दो घंटे तक जारी रहा. किसानों ने एमएसपी सेंटर फिर से खोलने के लिए नारेबाजी की.
विरोध में शामिल सभी किसान संगठनों ने जिले के सभी 54 एमएसपी खरीद केंद्रों को चलाने की अवधि बढ़ाने की मांग उठाई. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी रजिस्टर्ड किसानों को इस योजना के तहत अपनी सोयाबीन बेचने की अनुमति दी जानी चाहिए. स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के जिला अध्यक्ष धर्मराज पाटिल ने 'पीटीआई' से बात करते हुए कहा कि मंगलवार सुबह किसानों को बिना किसी पूर्व सूचना के एमएसपी केंद्र बंद कर दिए गए.
धर्मराज पाटिल ने कहा, "कई किसान, जिन्हें फेडरेशन से सोयाबीन बेचने के लिए एसएमएस नोटिफिकेशन मिले थे, किराए की गाड़ियों से खरीद केंद्रों पर पहुंचे. हालांकि, जब उन्होंने केंद्रों के बंद होने के बारे में पूछा, तो किसी ने उन्हें कोई जानकारी नहीं दी." पाटिल ने कहा, "लगभग 50 प्रतिशत किसानों की सोयाबीन अभी तक नहीं बिकी है. इसलिए, किसान अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय में जमा हुए."
महाराष्ट्र राज्य सहकारी मार्केटिंग संघ के निदेशक अबासाहेब पाटिल सेलुकर ने कहा कि जिले से 12 लाख क्विंटल सोयाबीन खरीदने का लक्ष्य पूरा हो गया है और इसलिए सरकार ने आधिकारिक पोर्टल बंद कर दिया है. उन्होंने कहा, "आज मैं मुंबई में हूं और मैंने सरकारी अधिकारियों से अतिरिक्त खरीद की अनुमति देने का अनुरोध किया है. इसके बाद लातूर जिले के लिए लक्ष्य में दो लाख क्विंटल सोयाबीन की अतिरिक्त वृद्धि की गई है. अब पूरे जिले में एमएसपी केंद्रों ने फिर से काम करना शुरू कर दिया है."
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