Drought Situation in Bihar : बिहार में सूखे जैसे हालात, कृषि मंत्री ने कहा किसानों के लिए खोल देंगे खजाना

Drought Situation in Bihar : बिहार में सूखे जैसे हालात, कृषि मंत्री ने कहा किसानों के लिए खोल देंगे खजाना

बिहार में लक्ष्य की आधी भी नहीं धान की रोपाई हुई है. वहीं अगस्त मध्य तक अच्छी बारिश नहीं हुई. तो राज्य सरकार आकस्मिक फसलों की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करेगी. 

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drought situation in Bihar : बिहार में सूखे जैसे हालात, कृषि मंत्री ने कहा किसानों के लिए खोल देंगे खजानाबिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत पत्रकारों से बात करते हुए . फोटो -किसान तक

राज्य में अनियमित मॉनसून सूखे और अल्पवृष्टि से सुखाड़ जैस हालात देखने को मिल रहा है. वहीं बिहार सरकार सुखाड़ जैसे हालात में खेतों की सिंचाई के लिए किसानों को डीजल अनुदान सहित बारह घंटे बिजली देने की बात कह रही है, ताकि किसानों को खरीफ सीजन में कृषि सिंचाई के लिए कुछ राहत मिल सके. बिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार सरकार किसानों के लिए पूरी खजाना खोलने के लिए तैयार है.

राज्य में कम बारिश होने की वजह से अब तक धान की रोपनी क़रीब 17 लाख 69 हज़ार हेक्टेयर में हो पाई है, जो टारगेट का करीब 49.19 प्रतिशत तक ही है. किसानों को धान की जगह आकस्मिक फसलों की खेती के लिए जागरूक किया जाएगा. राज्य में अभी तक सामान्य से 442.3 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी. लेकिन अभी तक 242 मिलीमीटर बारिश हो पाई है. इसकी वजह से धान की खेती प्रभावित हुई है. वहीं मक्का की खेती 82 प्रतिशत तक हो गई है.

कृषि मंत्री ने सूखे की तो बात की है. लेकिन इस मौके पर उन्होंने केंद्र सरकार को निशाना बनाने का मौका नहीं गंवाया. केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार राज्य को सबसे महंगी बिजली देती है. फिर भी हम किसानों को कम दर पर बिजली दे रहे हैं. 

राज्य में धान की खेती पिछड़ी मक्का लक्ष्य के करीब

कृषि मंत्री ने कहा कि इस साल धान की खेती का लक्ष्य 35 लाख 97 हजार 595 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है. अभी तक 17 लाख 69 हजार 688 हेक्टेयर जमीन में ही धान की रोपनी हुई है, जो करीब 49.19 प्रतिशत तक के आसपास है. हालांकि पिछले साल से इसकी तुलना करें तो यह साल बेहतर है. पिछले साल इस अवधि तक तीस प्रतिशत ही रोपनी हो पाई थी. वहीं मक्का की खेती का लक्ष्य 3 लाख 31 हजार 367 हेक्टेयर रखा गया है. जिसमें करीब 2 लाख 73 हजार 087 हेक्टेयर में खेती हो चुकी है. जो लक्ष्य का 82.41 प्रतिशत है.

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डीजल अनुदान के लिए 13 हजार से अधिक किसानों ने किया आवेदन

पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि खरीफ सीजन में कृषि सिंचाई से निपटने के लिए डीजल अनुदान मद में कुल 150 करोड़ रुपए की राशि बिहार राज्य आकस्मिकता निधि से अग्रिम निकासी और खर्च करने की स्वीकृति दी गई है. इसमें 50 करोड़ की राशि पूर्व में स्वीकृत की गई थी. अभी तक डीजल अनुदान के लिए 13901 किसानों के द्वारा आवेदन किया गया है. 

बारिश नहीं होने पर सरकार आकस्मिक फसलों की खेती पर देगी जोर

राज्य में धान की खेती सही तरीके से नहीं हो पाती है तो सरकार आकस्मिक फसल योजना के तहत 15 तरह की विभिन्न फसलों की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करेगी. इसके तहत अल्पावधि धान,संकर मक्का, अरहर, उड़द, तोरिया, सरसों, भिंडी, मूली, कुल्थी, मडुआ, सावा, कोदो, ज्वार तथा बरसीम के कुल 41 हजार 264 क्विंटल बीज की व्यवस्था की है. किसानों को बीज निशुल्क दिए जाएंगे. 

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केंद्र सरकार बिहार को अन्य राज्यों की तुलना में दे रही महंगी बिजली

कृषि मंत्री ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार को केंद्र सरकार सबसे महंगी बिजली दे रही हैं. फिर भी वे किसानों को कृषि सिंचाई के लिए 75 पैसा प्रति यूनिट बिजली दे रहे हैं. सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वे इस बात का ध्यान दे कि किसानों को बारह घंटा बिजली मिलती रहे. इसके साथ ही जिलाधिकारी अपनी सुविधा अनुसार जिले के किस एरिया में कितनी बिजली देनी है, खुद तय कर सकते हैं.

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