
इस समय सब्जियों के दाम आसमान पर हैं. जिन किसानों के पास इस समय सब्जी की खेती है वो अच्छी कमाई कर पा रहे हैं. क्योंकि उन्हें सामान्य दिनों के मुकाबले अच्छा दाम मिल रहा है. कई किसानों ने इस बार टमाटर, अदरक और लहसुन बेचकर अपना पुराने घाटे का हिसाब-किताब चुका लिया है. इसी तरह धनिया की खेती करने वालों की भी इस साल बल्ले-बल्ले है. महाराष्ट्र के लातूर जिले के रहने वाले किसान संजय बिरादर ने अपने एक एकड़ खेत में धनिया की खेती की थी. जिससे उन्होंने अच्छा खासा मुनाफा कमाया है. क्योंकि धनिया का दाम बाजार में 200 से 300 रुपये किलो तक पहुंच गया है. किसानों को भी 100 रुपये किलो तक का भाव मिल रहा है. लेकिन इस किसान ने तो अपना पूरा खेत ही व्यापारी को 2 लाख रुपये में बेच दिया.
संजय ने बताया कि व्यापारी उसके खेत से आकर धनिया खरीदी किया. पूरा एक एकड़ में लगा धनिया दो लाख रुपये में खरीद लिया. जबकि एक एकड़ की खेती में 50 हजार रुपये का खर्च आया था. किसान ने बताया कि हरा धनिया 40 दिनों में तैयार होने वाली फसल है. ऐसे में अब कई किसान इसकी खेती पर ज़ोर रहे हैं. संजय के अनुसार इस साल धनिया का रेट अच्छा मिल रहा है इसलिए बहुत सारे किसानों ने इसकी खेती शुरू कर दी है. हालांकि मार्केट में जो कस्टमर को दाम मिल रहा है उसके मुकाबले किसानों को भाव सिर्फ आधा मिल रहा है.
इस साल अदरक का दाम भी काफी बढ़ गया है. मार्केट में यह गुणवत्ता के हिसाब से इसका दाम 300 से लेकर 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. किसानों को इसका 200 रुपये प्रति किलो तक का भाव मिल रहा है. जबकि पिछले वर्ष जिन किसानों ने इसकी खेती की थी वो सिर्फ 400 रुपये प्रति क्विंटल के रेट पर बेचने को मजबूर थे. महाराष्ट्र के जालना जिले के रहने वाले किसान सोमनाथ पाटिल इन दिनों खुश हैं क्योंकि लंबे समय बाद अदरक का ऐसा दाम मिला है. पाटिल का कहना है कि इस साल मंडियों में अदरक का भाव 20,000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है. इसकी वजह अदरक की शॉर्टेज है. क्योंकि बुवाई बहुत हुई थी.
चर्चा सिर्फ टमाटर की हो रही है. लेकिन मसाला फसलों का दाम भी काफी बढ़ चुका है. जीरा का भाव पहले से ही 500 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच चुका है. अब लहसुन भी 200 रुपये प्रति किलो से ऊपर के भाव पर बिक रहा है. जबकि पिछले साल इस समय किसान 2 से लेकर अधिकतम 8 रुपये तक के दाम पर ही इसे बेचने को मजबूर थे. ऐसे में देश भर में किसानों ने लहसुन की खेती कम कर दी थी. इसलिए इस बार इसके दाम में रिकॉर्ड तेजी है. किसानों को इस साल 130 रुपये प्रति किलो तक का भाव मिल रहा है.
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