आंध्र प्रदेश के गुंटूर स्थिति एशिया के सबसे बड़े मिर्च मंडी में नई फसल की आवक शुरू होने से आयायात व्यवस्था चरमरा गई है. कहा जा रहा है कि पिछले तीन दिनों से रोज 1.3 लाख से 1.5 लाख बोरी मिर्च मार्केट में आ रहीहै. इससे पूरे शहर में यहां- वहां जाम लगा हुआ है. यह किसानों और विक्रेताओं दोनों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. वहीं, अभ तक मार्केट के यार्ड में तीन लाख से अधिक बैग मिर्च स्टॉक किया गया है.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मिर्च की अधिक आवक की वजह से शहर वासियों को भी गुंटूर की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक, गुंटूर - सत्तेनापल्ली रोड पर गंभीर यातायात समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. नतीजतन, बाजार अधिकारियों ने हर बुधवार को यार्ड बंद करने का फैसला किया है. मिर्च यार्ड के अध्यक्ष निम्मकायला राजनारायण ने कहा कि बुधवार को बाजार बंद करने से हमें मिर्च का स्टॉक खत्म करने में मदद मिलेगी, क्योंकि यह केवल बेचने का दिन है.
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उन्होंने कहा कि निर्यात कम था क्योंकि कर्नाटक और तेलंगाना में मिर्च की फसल का मौसम उम्मीद से पहले समाप्त हो गया है. इसलिए कई किसान गुंटूर यार्ड में अपनी उपज बेचना पसंद करते हैं. नतीजतन, आमतौर पर मार्च में शुरू होने वाला मिर्च का मौसम दिसंबर में शुरू हो गया है. मिर्च बैग की आवक तेजी से बढ़ी है और पिछले सप्ताह के दौरान औसतन लगभग 1 लाख से 1.5 लाख बैग लाए जा रहे थे.
निम्मकायला राजनारायण ने कहा कि किसानों और विक्रेताओं दोनों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि यार्ड में तीन लाख से अधिक बैग मिर्च का स्टॉक किया गया है. इसलिए हमने बुधवार को मिर्च की आवक की अनुमति नहीं देने का फैसला किया. हालांकि, बिक्री का कारोबार सामान्य रूप से चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि इससे हमें अगले दिन मिर्च की थैलियों के लिए अधिक जगह उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी.
फिलहाल, यार्ड के अधिकारियों ने मार्च के अंत तक बुधवार को बाजार बंद रखने का फैसला किया है. इस बीच ठंड की सभी किस्मों के दाम स्थिर रहे. यार्ड अधिकारियों के मुताबिक मार्च में कीमतें बढ़ सकती हैं.
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