केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए हैं कि कृषि उपज की सरकारी खरीद का ज्यादा से ज्यादा फायदा किसानों को मिले. वो सोमवार शाम अपने दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर बुलाई गई अधिकारियों की एक बैठक में कृषि क्षेत्र की देशभर की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे. इस दौरान रबी सीजन के फसलों की बुवाई की जानकारी लेने के साथ ही उन्होंने विभिन्न राज्यों में मौसम की वर्तमान और संभावित स्थिति पर बात की. जलाशयों की स्थिति तथा विभिन्न उपज के थोक और रिटेल प्राइस की स्थिति की जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. आगामी खरीफ सीजन में उर्वरकों की उपलब्धता को लेकर विभागीय अधिकारियों से केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह आने वाले दिनों में चर्चा करेंगे, ताकि किसानों को खाद की किल्लत का सामना न करना पड़े.
चौहान ने अधिकारियों से कहा कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सीधे किसानों को लाभ मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए. अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि 24 जनवरी 2025 तक रबी फसलों के अंतर्गत कुल क्षेत्रफल कवरेज पिछले वर्ष की तुलना में 12.17 लाख हेक्टेयर अधिक है. देश में रबी सीजन की फसलों का कुल बोया गया सामान्य क्षेत्र प्याज के लिए 11.37 लाख हेक्टेयर, आलू के लिए 21.47 लाख हेक्टेयर और टमाटर के लिए 5.83 लाख हेक्टेयर रहा. चालू रबी सीजन में टमाटर और प्याज की बुवाई सुचारू रूप से चल रही है. तीनों फसलों के लिए बुवाई का समय अभी भी उपलब्ध है. मौजूदा अच्छी बाजार कीमतों को देखते हुए सामान्य क्षेत्र हासिल करने की उम्मीद है.
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पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 315.63 लाख हेक्टेयर की तुलना में इस वर्ष लगभग 324.38 लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती की गई है. पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 139.29 लाख हेक्टेयर की तुलना में इस वर्ष लगभग 142.49 लाख हेक्टेयर में दलहन की खेती की गई है. मौसम की स्थिति पर चर्चा के दौरान बताया गया कि पूर्वोत्तर मॉनसून की बारिश के रुकने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं. जलाशयों के बारे में बताया गया कि पूरे देश में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कुल भंडारण स्थिति बेहतर है और इसी अवधि के दौरान सामान्य भंडारण से भी बेहतर है.
अधिकारियों ने उर्वरकों की उपलब्धता के बारे में भी मंत्री को जानकारी दी. जिसमें बताया गया कि आगामी खरीफ सीजन 2025 के लिए उर्वरकों की आवश्यकता पर राज्यों के साथ समन्वय किया जा रहा है. इस पर चर्चा के दौरान चौहान ने कहा कि किसानों को आगामी सीजन में भी खाद, बीज आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए. साथ ही, उपज के सुचारू परिवहन और किसानों को परेशानी नहीं होने को लेकर भी कृषि मंत्री ने निर्देश दिए.
इस बैठक से पहले उन्होंने मध्य प्रदेश के किसानों के साथ संवाद किया. उन्होंने कहा कि पीएम आवास के नए मकान का सर्वे भी हो रहा है. आप सभी अपने-अपने गांव में लोगों को जागरूक करें. अपने गांव में सर्वे ठीक से कराने में मदद करें, जिससे ग़रीबों के लिए मकान ठीक से बन जाएंगे. अब जितने भी गरीब हैं वो अपने मोबाइल से ही खुद का सर्वे कर सकते हैं. कई बार दूसरे लोग गड़बड़ी कर देते थे लेकिन अब खुद ही सर्वे कर सकते हैं. हम ऐसे कई तरीके अपना रहे हैं जिससे बेईमानी न हो.
अब बाइक वाले लोगों को भी पीएम आवास की सुविधा मिलेगी. पहले ऐसा नहीं था. अब नियम बदला गया है क्योंकि बाइक तो गांवों में अधिकांश लोगों के पास है. लखपति दीदी का काम भी मेरे पास है, उनको भी अब लखपति से आगे करोड़पति बनाना है. सोमवार को ही केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान के विशेष अतिथि के तौर पर देशभर से गणतंत्र दिवस उत्सव में आमंत्रित किए गए 500 किसानों ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा, नई दिल्ली कैंपस का भ्रमण किया.
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