पाकिस्तान की सीमा से मात्र 11 किलोमीटर दूर जलालाबाद जिले के फाजिल्का मंडी में सरकारी दर पर धान की खरीद शूरू हो गई है. यहां पर अधिक से अधिक संख्या में किसान धान बेचने के लिए आ रहे हैं और अपने धान बेच रहे हैं. अधिक से अधिक किसानों को एमएसपी पर धान बेचने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए 24 घंटे के अंदर भुगतान की सुविधा दी जा रही है. इसका मतलब किसानों को 24 घंटे के अंदर धान की राशि का भुगतान किया जाएगा.
जलालाबाद नगर की मंडी में धान खरीद की शुरूआत जलालाबाद के विधायक गोल्डी कंबोज ने की. उन्होंने सरकारी तौर पर धान खरीद की कार्रवाई शुरू की. पंजाब में किस साल किसानों को धान की एमएसपी प्रति क्विंटल 2203 रुपये की दर से दी जा रही है. मंडी में एमएसपी पर धान खरीद की शुरुआत करने के साथ ही विधायक गोल्डी संबोज ने कहा कि सरकारी रेट के अनुसार मंडी में धान की खरीद शुरू हो गयी है.
एमएसपी पर धान की खरीद शुरू करने के मौके पर विधायक गोल्डी कंबोज ने कहा कि किसान अपनी फसल यहां पर लाकर बेच सकते हैं, जिस दिन वो अपनी फसल बेचेंगे उसके 24 घंटे के अंदर किसानों की राशि का भुगतान कर दिया जाएगा. सरकार की तरफ से तय किए गए रेट के अनुसार ही धान की खरीद की खरीद की जाएगी. गोल्डी कंबोज ने कहा कि 72 घंटे के अंदर धान की लिफ्टिंग भी हो जाएगी.
विधायक ने कहा कि इस तरह से व्यवस्था की गई है कि किसी भी किसान, धान व्यापारी और मिलर को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी. इन सभी को परेशानियों से से दूर रखने के लिए 72 घंटे के अंदर धान का उठाव करने के लिए कहा गया है. समय समय पर धान का उठाव होने से मंडी में अधिक भार नहीं होगा और ना ही व्यापारियों को अपना माल रखने में परेशानी होगी और ना ही राइस मिलर्स को धान का उठाव करने में परेशानी होगी.
धान खरीद की शुरूआत के बाद विधायक गोल्डी कंबोज ने मीडिया से बात करते हुए राज्य में पराली जलाने की समस्या पर बात की. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी किसान पराली नहीं जलाएं क्योंकि इससे वातावरण प्रदूषित होता है और इसके कारण गंभीर परिणाम भगतना पड़ता है. इसके लिए उन्होंने कहा कि किसान पराली को नहीं जलाए ताकि वातावरण को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी.
दरअसल अब धान की कटाई करने के बाद किसान रबी फसल की खेती के लिए अपने खेतों को तैयार करेंगे. चूंकि रबी सीजन की खेती करने का वक्त शुरू हो चुका है इसलिए किसान चाहते हैं कि जल्दी से जल्दी वो खेत खाली करें और रबी फसलों की खेती करें. ऐसे में विधायक ने कहा कि किसान पराली को नहीं जलाएं और इसे जिला प्रशासन की तरफ से बनाए गए सब सेंटर में पहुंचाएं इससे वातावरण को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी.
धान की समय पर खरीद हो सके और किसानों को इसके लिए परेशानी नहीं हो इसे देखते हुए मंडियों से 72 घंटों में ही धान का उठाव किए जाने की तैयारी है. इससे किसानों को यह फायदा हो रहा है कि उन्हें मंडी में अपने धान रखने के लिए खाली जगह मिल जा रही है औऱ धान बेचने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. 72 घंटे के अंदर धान मंडी से धान का उठाव होने से किसानों को और मंडी संचालकों को भी काफी राहत मिलेगी. (फाजिल्का से सुरिंदर गोयल की रिपोर्ट)
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today