महाराष्ट्र के कृषि मंत्री दत्तात्रेय भरणे ने बुधवार को कहा कि सितंबर में हुई भारी बारिश ने किसानों को पिछली बारिशों से ज़्यादा नुकसान पहुंचाया है और उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रभावित किसानों को दिवाली से पहले आर्थिक मदद मिल जाएगी. भरणे ने छत्रपति संभाजीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि "अतिवृष्टि" घोषित करने की मांग में कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनके उपमुख्यमंत्री इस पर फैसला लेंगे.
आमतौर पर सूखे से जूझने वाले मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से बारिश ने कहर बरपाया है, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई है और घरों व फसलों को नुकसान पहुंचा है. भरणे ने कहा कि बारिश से क्षेत्र के नांदेड़ जिले में ज़्यादा नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि सितंबर में हुई बारिश ने पिछली अवधि की तुलना में ज़्यादा नुकसान पहुंचाया है. नांदेड़ में नुकसान ज़्यादा है. लेकिन राजस्व और कृषि विभागों की मदद से फसल नुकसान का सर्वेक्षण युद्धस्तर पर चल रहा है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार को जलगांव जिले और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में "अतिवृष्टि" घोषित करना चाहिए, जो भारी बारिश और बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. भरणे ने कहा कि इस मांग में कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि किसान आज मुश्किल में हैं. लेकिन मुख्यमंत्री और दोनों उप-मुख्यमंत्री केंद्र सरकार के मानदंडों को ध्यान में रखते हुए इस पर विचार करेंगे. लेकिन अभी किसानों की जल्द से जल्द मदद करना हमारी प्राथमिकता है.
मंत्री ने बताया कि किसानों के खातों में वित्तीय सहायता का हस्तांतरण शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में जुलाई से पहले नुकसान हुआ था और नुकसान का सर्वेक्षण पूरा हो गया है, वहां सरकार ने किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में सहायता राशि देना शुरू कर दिया है. राज्य सरकार ने 2,215 करोड़ रुपये, जैसा कि सरकार ने घोषणा की है, में से सहायता राशि जमा करना शुरू कर दिया है. लेकिन इस महीने बारिश से नुकसान ज़्यादा है. इस महीने हुई बारिश से लगभग 30 लाख हेक्टेयर जमीन प्रभावित हुई है. भरणे ने बताया कि सितंबर में नुकसान के लिए दी जाने वाली सहायता राशि पिछले नुकसान से ज़्यादा होगी.
गुलाबराव पाटिल ने कहा कि फसल नुकसान का सर्वेक्षण जल्द ही पूरा हो जाएगा और दिवाली से पहले किसानों के खातों में राशि जमा कर दी जाएगी. भरणे ने यह भी कहा कि बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में ऋण वसूली रोकने के लिए बैंकों को निर्देश दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में नुकसान हुआ है, वहां ऋण वसूली फिलहाल रोक दी जानी चाहिए. सरकार कदम उठाएगी और संबंधित बैंकों को आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे. (सोर्स- PTI)
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