हिमाचल प्रदेश के सोलन का टमाटर देशभर में मशहूर है. इस साल बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है. किसानों के मुताबिक 45 से 50 फीसदी फसल तबाह हो गई है. ऐसे में टमाटर के अच्छे दाम मिलने के बाबजूद किसानों को कोई फायदा नहीं हो रहा. सोलन का टमाटर देश की राजधानी दिल्ली तक पहुंचता है और लोगों का स्वाद बढ़ाता है. लेकिन जिस टमाटर से खाने का स्वाद बढ़ता है, उसे उगाने वाले किसान बहुत परेशान हैं. मार्केट में टमाटर के दाम बढ़ने के बाद भी किसानों को अधिक लाभ नहीं हो रहा है.
आपको बता दे कि सोलन में हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी टमाटर मंडी है. जिला के 80 फीसदी किसान टमाटर पर ही निर्भर हैं. ज्यादातर किसान टमाटर लगाते हैं लेकिन इस बार किसानों को मौसम की मार झेलनी पड़ रही है. टमाटर के दामों में तेजी के बाबजूद किसान भारी नुकसान में हैं. अच्छी क्वालिटी के चलते चंडीगढ़, दिल्ली,पंजाब, हरियाणा सहित देश की सभी बड़ी मंडियों में सोलन के टमाटर की अधिक मांग रहती है. बीते 5 दिनों के दौरान टमाटर के रेट में 300 से 500 रुपये का इजाफा हो चुका है.
टॉप क्वालिटी का टमाटर 1000 से 1200 रुपये प्रति क्रेट के हिसाब से बिक रहा है. एक क्रेट में 25 किलो तक टमाटर होता है. सोलन सब्जी मंडी में हर वर्ष टमाटर का करोड़ों रुपये का कारोबार होता है. अभी तक टमाटर की दो लाख से अधिक क्रेट सब्जी मंडी पहुंच चुकी है. बता दें सोलन का हिमसोना टमाटर वर्ष 2023 में 171 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक चुका है. 25 किलो के एक क्रेट को रिकॉर्ड 4,275 रुपये दाम मिले थे. इसके अलावा अन्य टमाटर के क्रेट 3,650 रुपये तक बिक चुके हैं. इस दौरान टमाटर के महंगा बिकने का यह नया रिकॉर्ड बना था. इससे किसानों के चेहरे पर भी लाली आ गई थी.
सोलन मंडी में टमाटर आढ़ती आशीष ने कहा, 'टमाटर के बहुत अच्छे दाम मिल रहे हैं. सोलन का टमाटर देश की सभी मंडियों को सप्लाई किया जाता है. बारिश से टमाटर की काफी फसल खराब हो गई है. इससे किसानों को नुकसान हुआ है. वही टमाटर किसान हर्ष कुमार ने कहा कि टमाटर के दाम बेशक अच्छे मिल रहे हैं लेकिन बारिश की वजह से 80 प्रतिशत टमाटर की फसल खराब हो चुकी है. इसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है. अगर उपज खराब नहीं हुई होती तो इसका पैसा भी हमें मिलता.(राजेश शर्मा का इनपुट)
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