झींगा तालाब का प्रतीकात्मक फोटो.देश में झींगा का सालाना उत्पादन 10 लाख टन को पार कर चुका है. 70 से 80 फीसद झींगा एक्सपोर्ट हो जाता है. आंध्रा प्रदेश का सिर्फ एक इलाका 40 से 45 हजार टन झींगा का उत्पादन करता है. मछली की तरह से अगर झींगा की डिमांड भी बढ़ जाए तो उत्पादन और कई गुना बढ़ सकता है. खास बात ये है कि केन्द्र और राज्य सरकारों की मदद से उत्पादन बढ़ाने की तैयारी चल रही है. अब दक्षिण-पश्चिदम के राज्यों के बाद सरकार का पूरा फोकस उत्तरी राज्यों पर है. यहां चार राज्य ऐसे हैं जिन्हें लाखों टन झींगा उत्पादन करने वालों की लिस्ट में शामिल कराने की तैयारी चल रही है.
अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही यहां झींगा उत्पादन का दायरा बढ़ जाएगा. अभी बहुत छोटे-छोटे इलाकों में झींगा का उत्पादन हो रहा है. मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की मानें तो देश के चार राज्यों में 58 हजार एकड़ जमीन ऐसी है जो खेती के लायक नहीं है. यहां अनाज का एक दाना तक नहीं उगाया जा सकता है. लेकिन इसी खराब जमीन से किसानों को लाखों की इनकम कराने का प्लान तैयार किया जा रहा है. और इस प्लान को बनाने की जिम्मेदारी केंद्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान (सीआईएफई), रोहतक, हरियाणा को दी गई है.
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उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान को लेकर केन्द्र सरकार प्लान तैयार कर रही है. सीआईएफई, रोहतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक कुछ तरीकों को अपनाकर हरियाणा में 2942 एकड़, पंजाब में 1200 एकड़, राजस्थान में 1000 एकड़ और उत्तर प्रदेश में 20-25 एकड़ जमीन पर खारे पानी में झींगा का उत्पादन किया जा रहा है. हरियाणा ने अपना दायरा बढ़ाते हुए 1200 एकड़ और नई जमीन पर झींगा का उत्पादन शुरू कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक सभी चारों राज्यों में झींगा उत्पादन की अभी और संभावनाएं बाकी हैं.
झींगा एक्सपर्ट डॉ. मनोज कुमार शर्मा का कहना है कि 14-15 ग्राम वजन वाला झींगा तालाब में 70 से 80 दिन में तैयार हो जाता है. अगर झींगा पालन में किसी तरह की कमी रह भी जाती है तो ज्यादा से ज्यादा 90 दिन में तो हर हाल में तैयार हो ही जाता है. अगर बड़े साइज का झींगा तैयार करना है तो ज्यादा से ज्यादा चार महीने यानि 120 दिन में तैयार हो जाएगा. इस तरह से एक साल में झींगा की तीन से चार फसल आसानी से तैयार की जा सकती है.
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डॉ. मनोज ने बताया कि वैसे तो देश ही नहीं विदेशों के बाजार में हर तरह के साइज वाले झींगा की डिमांड है. जैसे चीन और अमेरिका की बात करें तो यहां झींगा की बहुत खपत है. यहां बड़े साइज का झींगा ज्यादा खाया जाता है. अगर छोटे साइज जैसे 14 से 15 ग्राम की बात करें तो इसकी सबसे ज्यादा डिमांड है. एक किलो वजन में यह 60 से 70 पीस आ जाते हैं. नौ ग्राम का झींगा भी बाजार में मांगा जाता है. लेकिन इसकी डिमांड ज्यादा नहीं है.
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