एक समय था जब पशुपालन गांव में खेती करने वाले किसानों की अतिरिक्त आय का साधन था, लेकिन आज के समय में पशुपालन अच्छा पैसा कमाने का जरिया बन गया है. हमने ऐसे कई उदाहरण देखे हैं कि लोग अच्छी-खासी नौकरी छोड़ पशुपालन के कारोबार से जुड़ कर खूब पैसा कमा रहे हैं. आप भी पशुपालन कर लाभ कमाना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए है. इस खबर में हम आपको तगड़ा मुनाफा देने वाले खास तीन पक्षियों के बारे में बताने जा रहे हैं.
पशुपालन करते हुए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें पालकर कई तरह से लाभ लिया जा सके. पक्षी पालने का फायदा ये है कि आप अंडा और मांस दो तरह से कमाई कर सकते हैं. आपने पक्षी पालने का मन बना लिया है तो मुर्गी, बत्तख और बटेर पालना अच्छा ऑप्शन हो सकता है. आइए इन तीनों पक्षियों को पालने का तरीका समझ लेते हैं.
पक्षी पालने के मामले में मुर्गी पालन देश में सबसे अधिक किया जाता है. कमाई के लिहाज से भी ये बेहतर विकल्प है. आप भी मुर्गी पालन की शुरुआत करने जा रहे हैं तो जरूरी दस्तावेजों के साथ लाइसेंस का होना भी जरूरी है जिसके बारे में आप अपने नजदीकी पशु विशेषज्ञों से जानकारी ले सकते हैं.
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इसके अलावा मुर्गियों को रखने के लिए साफ-सुथरी जगह बनाएं और इनके चरने या घूमने के लिए थोड़ी खाली जगह भी बना लें. इनके खाने के लिए विटामिन और प्रोटीन से भरपूर आहार बाजार में खूब बिकते हैं. इसके अलावा अनाज, दाने और फल खिला सकते हैं. लगभग 16-18 हफ्तों में ही मुर्गियां अंडे देने लगती हैं.
बत्तख पालन पानी में किया जाता है इसके लिए आप तालाब के भीतर शेड बनवा सकते हैं या फिर कंक्रीट वाले वाटर टैंक में भी पालन किया जा सकता है. ध्यान रहे बत्तखों को ऐसी जगह पर पाला जाता है जहां उन्हें भरपूर तैरने को मिले. तालाब, पोखर या फिर नालियां खुदवा कर भी पाल सकते हैं. गीला चारा के साथ पानी वाले कीड़े मकौड़े, चावल, मक्का, चोकर और घोंघे मछलियां इनके फेवरेट फूड होते हैं. एक बत्तख से साल में 300 तक अंडे मिल सकते हैं, हालांकि इनका मांस कमाई का मुख्य जरिया है.
कमाई वाले पक्षियों में बटेर का नाम भी खासतौर पर शामिल है. बटेर पालन का तरीका भी मुर्गियों की तरह ही है. साफ और हवादार जगह में इनका पिंजरा बनाएं. इनको रखने वाली जगह के फर्श में लकड़ी का बुरादा या धान के छिलके बिछाए जाते हैं. स्वीट कॉर्न, पास्ता, चावल और मिलेट्स इनका मुख्य भोजन होता है. बटेर पालन कर आप लगभग 45 दिनों में ही अंडे प्राप्त कर सकते हैं.
अगर आप पक्षी पालने जा रहे हैं तो आपको कुछ जरूरी बातें जान लेनी चाहिए. पक्षियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य पशुओं के मुकाबले थोड़ा कम होती है. पक्षियां जल्दी बीमार पड़ जाती हैं. इनको बीमारी से बचाने के लिए रखरखाव और खान-पान के साथ जलवायु और वातावरण के बारे में भी एक्सपर्ट्स से सलाह लें. बीमार पक्षियों को अलग रखने के लिए भी अलग पिंजरा होना चाहिए. समय-समय पर पशु चिकित्सकों से जांच भी जरूर कराएं.
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