तीन मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर राजस्थान के पशुपालन, डेयरी एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि आने वाली गर्मियों में पक्षियों को दाने और पानी की कोई कमी नहीं होगी. इसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं. साथ आज से इसकी शुरुआत भी हो गई है. विश्व वन्यजीव दिवस के मौके पर टोंक रोड स्थित पशुधन भवन में मंत्री ने पक्षियों के लिए चुग्गे और पानी के बर्तन बांधकर अभियान की शुरूआत की. इस दौरान शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने भी पक्षियों के लिए दाने-पानी का इंतजाम किया.
मंत्री कुमावत ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम के भाव को लेकर चलती है, जहां हर पशु-पक्षी का महत्व है. हमारे देश में गौमाता के साथ-साथ पीपल और वटवृक्ष भी पूजे जाते हैं. हम सभी के लिए प्यार और दया का भाव रखते हैं. हम पशु और पक्षियों के संरक्षण के लिए भी काम करते हैं. अभी गर्मी का मौसम शुरु हो रहा है. ऐसे में प्रदेश में कई स्थानों पर पशु पक्षियों के लिए पीने के पानी की समस्या हो जाती है.
पशुपालन मंत्री कुमावत ने इस मौके पर कहा कि हमारी सरकार गौशालाओं में चारे पानी की व्यवस्था के लिए खास काम करती है. राज्य सरकार के दोनों बजट में गौशालाओं के लिए चारे पानी के अनुदान में 10 फीसद और 15 फीसद की वृद्धि की गई है. इसके लिए उन्होंने सीएम का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से गौशालाओं में गायों के चारे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने में और भी सहायता मिलेगी. हालांकि राजस्थान में कई स्वयंसेवी संस्थाएं भी पशु पक्षियों के कल्याण के लिए काम करती हैं.
पशुपालन मंत्री कुमावत का कहना है कि आज विश्व वन्य जीव दिवस के अवसर पर पशुपालन विभाग ने प्रदेशभर में पक्षियों के लिए दाने-पानी के बर्तन बांधने की शुरूआत कर दी है. जिससे गर्मी के मौसम में पक्षियों को पानी की समस्या नहीं होगी. पशु और पक्षियों को स्वच्छ और पीने योग्य पानी मिल सकेगा. इस मौके पर विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने कहा कि विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेकर विभाग की 10500 संस्थाओं जहां पशुपालक अपने पशुओं को उपचार के लिए लेकर आते हैं, वहां और प्रदेश की सभी गौशालाओं में उचित स्थान पर बर्तन बांधने और पानी के कुंड स्थापित करने का अभियान आज से शुरू कर दिया है.
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