KCC: पशुपालन मंत्रालय बोला, इस स्कीम से 19 से 57 लाख करोड़ का हो जाएगा डेयरी सेक्टर

KCC: पशुपालन मंत्रालय बोला, इस स्कीम से 19 से 57 लाख करोड़ का हो जाएगा डेयरी सेक्टर

साल 2019 में केसीसी योजना को पशुपालन, डेयरी और मछली पालन में कार्यशील पूंजी की जरूरत को कवर करने के लिए लागू किया गया था. इसके तहत बैंक 1.60 लाख रुपये तक कोलैटरल फ्री लोन दे सकते हैं. केसीसी के लिए बैंकों को 1.5 फीसद का ब्याज सबवेंशन और किसानों को तीन फीसद का जल्द चुकौती प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है. 

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KCC: पशुपालन मंत्रालय बोला, इस स्कीम से 19 से 57 लाख करोड़ का हो जाएगा डेयरी सेक्टरकिसान क्रेडिट कार्ड बनवाने में हो रही समस्या तो करें ये काम

डेयरी सेक्टर तेजी से बढ़ता हुआ फूड इंडस्ट्री का एक बड़ा सेक्टर है. हर साल इसमे बढ़ोतरी हो रही है. केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने भी इस बात पर मुहर लगाते हुए आज सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की है. मंत्रालय का कहना है कि आज डेयरी सेक्टर 19 लाख करोड़ का है. लेकिन आने वाले आठ साल में डेयरी सेक्टर के 57 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचने की उम्मीद है. और ये सब मुमकिन होगा किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) से. गौरतलब रहे खेती किसानों की तरह से केन्द्र सरकार पशुपालकों और मछली पालन करने वालों की इनकम दोगुना करने के लिए हर संभव कोशि‍श कर रही है. 

पशुपालकों को सरकारी योजनाओं का फायदा पहुंचाने के साथ ही उन्हें रियायती दरों पर लोन भी दिया जा रहा है. यहां तक की पशुपालकों को भी केसीसी का फायदा दिया जा रहा है. अभि‍यान चलाकर पशुपालकों को केसीसी बांटे जा रहे हैं. उन्हें केसीसी के फायदे गिनाए जा रहे हैं. जिससे पशुपालक लोन लेकर पशुओं की संख्या को बढ़ा सके और दूध बेचने के साथ ही उसके प्रोडक्ट भी बना सके. 

पशुपालन में ऐसे मिलता है केसीसी का फायदा

जानकारों की मानें तो केसीसी का फायदा उठाकर किसान रियायती ब्याज दर पर लोन ले सकते हैं. ये लोन पशुपालन, पोल्ट्री और मछली पालन करने में मदद करता है. केसीसी से पशुधन बीमा, व्यक्तिगत बीमा, संपत्ति बीमा और स्वास्थ्य बीमा (जहां भी उत्पाद उपलब्ध है) का लाभ लेने का विकल्प होता है. यह लो रिवॉलविंग नकद लोन के रूप में होता है, जिससे किसान अपनी नकदी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. केसीसी से लोन लेकर किसान पशुपालन करें और कृषि के अलावा अपनी आय का एक और जरिया बनाएं.

खेती और पशुपालन में यहां हो रहा है KCC का इस्तेमाल

बीते कुछ वक्त पहले लोकसभा में केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया था कि कुछ राज्य ऐसे हैं जहां सबसे ज्यादा किसान केसीसी का फायदा उठाकर खेती के साथ पशुपालन को बढ़ा रहे हैं. ऐसे राज्यों में हरियाणा में 2.16 लाख, हिमाचल प्रदेश 70 हजार, जम्मू-कश्मीर 2.19 लाख, पंजाब 3.79 लाख और राजस्थान में 6.28 लाख किसानों ने KCC का पशुपालन में इस्तेमाल किया गया है. वहीं बिहार में 2.90 लाख, मध्य प्रदेश 2.20 लाख, उत्तर प्रदेश में 6.12 लाख, गुजरात 4.75 लाख, महाराष्ट्र एक लाख, कर्नाटक में 2.21 लाख, तमिलनाडु 7.14 लाख लोगों ने KCC लिया है. अगर इन सभी राज्यों के केसीसी आंकड़ों को जोड़ दिया जाए तो 47 लाख से ज्यादा केसीसी का इस्तेमाल पशुपालन में कर रहे हैं.  

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