लॉकडाउन के दौरान किसानों और पशुपालकों को पशु चारे को लेकर कई समस्याओं का सामना करना पड़ा. चारे की कमी के कारण उन्हें बचा हुआ खाना जानवरों को खिलाना पड़ता है. इनमें मुर्गीपालक और पशुपालक भी शामिल थे. उस कठिन समय में असम के कृषि विज्ञान केंद्र ने मुर्गियों को गेंदे के फूल खिलाने की सलाह दी थी. तब से लेकर आज तक कई पशुपालक अपनी मुर्गियों को गेंदे का फूल खिलाते आ रहे हैं. इतना ही नहीं, मुर्गियों को पीला गेंदा खिलाने की भी सलाह दी जाती है. आइये जानते हैं ऐसा क्यों.
लॉकडाउन में फूलों की बिक्री ना होने की वजह से कुछ लोगों ने गेंदा के फूलों की पंखुड़ियों को धूप में सुखाकर मुर्गियों को खिलाया. जब मुर्गियों ने अंडा दिया तो उसमें कैरोटीन बहुत अच्छी मात्रा में पाया गाया, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में बहुत मदद करता है. जिसके बाद से लोगों ने गेंदा के फूल को चारे के रूप में मुर्गियों को देना शुरू कर दिया.
आपको बता दें कि कैरोटीनॉयड में बीटा-कैरोटीन बहुत महत्वपूर्ण है. बीटा-कैरोटीन गहरे लाल, नारंगी और पीले फलों और सब्जियों से प्राप्त होता है. हालांकि बीटा-कैरोटीन एक पोषक तत्व नहीं है, यह रेटिनॉल में परिवर्तित हो जाता है, जो हमारे शरीर में विटामिन ए की मात्रा की पूर्ति करता है. यह आंखों की कई बीमारियों लड़ने की क्षमता प्रदान करता है.
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गेंदे में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो मुर्गियों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और किसी भी बीमारी से लड़ने में सहायता करते हैं. गेंदा आपके मुर्गियों के लिए एक बेहतरीन बूस्टर चारा साबित हो सकता है. अंडे की जर्दी यानी जो पीला भाग होता है वो मुर्गियों को खिलाए जाने वाले आहार पर निर्भर करती है. यदि गेंदे को आहार में शामिल किया जाए तो वे प्राकृतिक रूप से अंडे की जर्दी का रंग गहरा पीला और पोषण से भरपूर कर देंगे.
जर्नल ऑफ पोल्ट्री साइंस के अनुसार, अंडों पर गेंदे के फूल के अर्क के लाभों को देखने के लिए एक अध्ययन किया गया था. उन्होंने पाया कि गेंदा न केवल अधिक समृद्ध जर्दी पैदा करता है, बल्कि वे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है. यानी अगर किसी मुर्गी को चारे में गेंदा का फूल खाने दिया जाए तो उसके अंडे इंसानों के लिए ज्यादा हेल्दी हो सकते हैं.
कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगर 100 किलो चारे में 2 से 3 किलो फूलों की पंखुड़ियां मिला दी जाएं तो इससे मुर्गियों से अच्छा अंडा उत्पादन मिल सकता है. इतना ही नहीं अंडे में कैरोटीन की मात्रा भी बढ़ जाती है.
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