Ketosis: गाय बच्चा देने वाली हो तो कोटोसिस से बचाने के लिए हो जाएं अलर्ट Ketosis: गाय बच्चा देने वाली हो तो कोटोसिस से बचाने के लिए हो जाएं अलर्ट
Ketosis in cow and Sheep गाय के बच्चा देने से पहले और बच्चा देने के पांच से 10 दिन तक उसकी खास देखभाल बहुत जरूरी होती है. क्योंकि कीटोसिस बीमारी उसी गाय को होती है जो दूध का उत्पादन ज्यादा करती है. दूध ज्यादा देने की वजह से उसे खुराक भी ज्यादा और अच्छी दी जाती है. लेकिन लगातार खड़े-खड़े खाते रहने के चलते गाय इस परेशानी की चपेट में आ जाती है.
गर्मी में पशुओं का कैसे रखें खयालनासिर हुसैन - New Delhi,
- Jul 07, 2025,
- Updated Jul 07, 2025, 10:33 AM IST
Ketosis in cow and Sheep बच्चा देने के बाद या बच्चा देने से कुछ दिन पहले गाय का वजन घटने लगे तो अलर्ट हो जाएं. क्योंकि वक्त रहते इसका इलाज नहीं किया या फिर कुछ उपाय नहीं अपनाए तो बड़ा नुकसान हो सकता है. अक्सर ज्यादा खाने और ग्लूकोज की कमी के चलते गायों को ये परेशानी होती है. एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो प्रजनन के दौरान गाय को पोषण से भरपूर खुराक दी जाती है. जबकि इस दौरान गाय को घूमने-फिरने और व्यायाम का मौका नहीं मिल पाता है. जिसके चलते शरीर में ग्लूकोज की मात्रा घट जाती है और फैट बढ़ जाता है.
और जब ग्लूकोज की कमी होती है तो शरीर उसकी कमी को पूरा करने के लिए फैट का ज्यादा इस्तेमाल करने लगता है. ऐसा होने पर ही शरीर में कीटोन बॉडिज बनने लगती है. शरीर का वजन कम होना और दूध उत्पादन घट जाना ही इसका सबसे बड़ा नुकसान है. कई बार तो इसके चलते गाय को प्रजनन तक में परेशानी होने लगती है.
कोटोसिस से बचाने के अपनाएं ये उपाय
- बछड़ा जन्म के समय भूखा या बहुत ज्यादा मोटा नहीं होना चाहिए.
- प्रारंभिक स्तनपान के समय पर्याप्त कैलोरी का सेवन.
- बछड़े के जन्म से लगभग चार सप्ताह पहले तक अगले स्तनपान की तैयारी में भोजन देना शुरू नहीं करना चाहिए.
- बछड़े के जन्म से चार सप्ताह पहले साइलेज या घास दें. चारागाह में चरने जाए तो एक किलो सांद्रता हर रोज दें और धीरे-धीरे बढ़ाकर पांच किलो सांद्रता हर रोज कर दें.
- बछड़े के जन्म के बाद, उत्पादन बढ़ने पर सांद्रता बढ़ाएं यानी तीन किलो घास गाय के 100 किलो वजन पर दें, या नौ किलो साइलेज 100 किलो वजन पर दें. इसके साथ ही एक किलो सांद्रता तीन लीटर दूध उत्पादन पर दें.
- प्रोटीन 16-18 फीसद से ज्यादा नहीं होना चाहिए.
- अच्छी खुराक देने के साथ हर रोज व्यायसम जरूर कराएं.
- गीले साइलेज या फफूंद युक्त या धूल युक्त घास से बचें.
- दूषित साइलेज या घास में ब्यूटिरेट का लेवल बढ़ जाता है.
गाय में कीटोसिस को ऐसे करें नियंत्रिटत
छह सप्ताह तक हर रोज 110 ग्राम सोडियम प्रोपियोनेट की रोग निरोधी खुराक दें.
70 दिनों तक 350 मिली प्रति दिन प्रोपलीन ग्लाइकॉल या छह फीसद सांद्रित राशन दें.
स्तनपान के छठे सप्ताह के दौरान रक्त शर्करा और दूध कीटोन का आकलन करें.
भेड़ में हो तो अपनाए ये उपाय
- गायों की तरह ही फ़ीड मिश्रण के रूप में 25 मिलीग्राम हर रोज मोनेंसिन सोडियम दें.
- सुनिश्चित करें कि गर्भावस्था के दूसरे भाग में पोषण का स्तर बढ़ रहा हो.
- गर्भ के आखिर के दो महीनों के दौरान 0.25 किलो प्रति दिन की दर से 10 फीसद प्रोटीन युक्त सांद्रित अंतिम दो सप्ताह के दौरान एक किलो प्रति दिन तक बढ़ रहा हो.
- चारे में अचानक बदलाव से बचें.
- खराब मौसम के दौरान अतिरिक्त भोजन देना तय करें.
- चारागाह में आश्रय उपलब्ध होना चाहिए.
- भेड़ों को प्रतिदिन दो बार अच्छी तरह से खिलाए गए झुंड में बाहर ले जाना चाहिए.
- यदि चारागाह उपलब्ध है, तो केवल सांद्रित भोजन ही खिलाना चाहिए.
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