साल के तीन महीने छोड़ दें तो बाकी के वक्त पोल्ट्री फार्मर अंडे के रेट की लड़ाई लड़ता रहता है. एक अंडे पर 5-5 पैसे के लिए बाजार में जद्दोजहद होती है. वैसे तो अंडे का रेट तय करना नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी का काम है, लेकिन उत्तर भारत के अलावा कई और राज्यों में देश की सबसे बड़ी कही जाने वाली बरवाला, हरियाणा अंडा मंडी का तय किया रेट ही चलता है. पोल्ट्री फार्म से लेकर दुकान तक अंडा आने में चार जगह उसके रेट तय होते हैं. सबसे पहले रेट राज्य के हिसाब से तय किए जाते हैं. उसके बाद होलसेलर और रिटेलर मिलकर तय करते हैं. तब कहीं जाकर अंडा हमारे और आपके किचिन में पहुंचता है.
देश में मुर्गी का अंडा 6 रुपये से लेकर 100 रुपये तक का अंडा बिक रहा है. सामान्य अंडा जहां 6 से 7 रुपये तक का है तो देसी मुर्गी का अंडा 15-20 रुपये से लेकर 100 रुपये तक का है. कड़कनाथ मुर्गी का अंडा इस सीजन में 30 से 40 रुपये तक का बिक रहा है. जबकि असील मुर्गी के अंडे की कीमत 100 रुपये है.
पोल्ट्री फार्म हाउस के संचालक और यूपी पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन के अध्यक्ष नवाब अली बताते हैं की मान लिजिए पोल्ट्री फार्म से 100 अंडे 550 रुपये के बिक रहे हैं. पोल्ट्री से निकलकर अंडा बड़े होलसेलर के यहां पहुंचता है. ट्रांसपोर्ट और लेबर का खर्च जोड़कर वो 100 अंडे पर 15 से 20 रुपये मुनाफा लेता है. बड़े होलसेलर के यहां से छोटे-छोटे होलसेलर ले जाते हैं. लेकिन इनका मुनाफा ज़्यादा नहीं होता है. यह लोग 30 अंडों की एक क्रेट पर 3 से 5 रुपये तक कमाते हैं. बाकी फिर रिटेलर बाज़ार की डिमांड और स्टॉक को देखते हुए एक से सवा रुपये तक मुनाफा कमाते हैं. जैसे आजकल रिटेल बाजार में अंडा 6.5 से 7 रुपये तक का बिक रहा है.
जब तक अंडों की डिमांड बहुत ज्यादा न हो तो होलसेलर लोकल मार्केट से ही अंडा खरीदना पसंद करता है. क्योंकि किसी भी मंडी से अंडा आने में पूरा एक दिन लगता है. पहले अंडा लोड करना, फिर रास्ते का सफर और उसके बाद अंडा गाड़ी से अनलोड करना. इसके अलावा इस सबके बीच अंडा टूटने से नुकसान भी बहुत होता है. यही वजह है कि होलसेलर लोकल मार्केट में बरवाला के रेट पर 5 रुपये सैकड़ा तक ज्यादा देने को तैयार रहता है, लेकिन वरीयता अपने शहर की मार्केट को ही देता है.
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