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गाय पालकों की बढ़ेगी कमाई, राज्य सरकार ने गोबर खरीद प्रक्रिया शुरू की, पहले बढ़ाया था दूध का दाम 

गाय पालकों की बढ़ेगी कमाई, राज्य सरकार ने गोबर खरीद प्रक्रिया शुरू की, पहले बढ़ाया था दूध का दाम 

हिमाचल सरकार ने गाय के जैविक गोबर को खरीदने के लिए टेंडर जारी किया है और सफल बोलीदाता बैग, परिवहन और भंडारण सुविधाएं भी प्रदान करेंगे. जैविक खेती पर जोर देते हुए किसानों की आय बढ़ाने के इरादे से यह पहल की गई है.

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हिमाचल सरकार ने गाय के गोबर खरीद के लिए टेंडर जारी किया है. हिमाचल सरकार ने गाय के गोबर खरीद के लिए टेंडर जारी किया है.

गाय पालकों की कमाई बढ़ाने के साथ ही जैविक खेती को बढ़ावा देने के इरादे से हिमाचल प्रदेश ने गाय का जैविक गोबर (organic cow dung) खरीदने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके साथ ही प्रति किलो के हिसाब से गोबर का दाम भी तय कर दिया है. किसानों को गोबर स्टोरेज के लिए बैग और ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा भी मिलेगी. बता दें कि राज्य सरकार ने बीते माह गाय और भैंस के दूध के दाम में बढ़ोत्तरी कर पशुपालकों को बड़ी राहत दी थी. बता दें कि पहले सरकार गाय का कच्चा गोबर खरीदने वाली थी जिसे टालकर जैविक गोबर खरीद की तैयारियां तेज की गई हैं.

हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने मंगलवार को कहा कि 3 रुपये प्रति किलो की दर से गाय का जैविक गोबर खरीदने के लिए टेंडर जारी किया गया है और सफल बोलीदाता बैग, परिवहन और भंडारण सुविधाएं भी प्रदान करेंगे. उन्होंने कहा कि जैविक खेती पर जोर देते हुए किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि में हाईटेक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कृषि को बनाए रखने के लिए एक किसान परिवार की मासिक आय 20,000 रुपये से 25,000 रुपये के बीच होनी चाहिए.

कृषि मंत्री ने पीटीआई से कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव से पहले 2 रुपये प्रति किलो की दर से गाय का गोबर खरीदने का वादा किया था. हम कच्चा गाय का गोबर नहीं खरीदना चाहते हैं और 3 रुपये प्रति किलो की दर से जैविक गाय का गोबर खरीदेंगे. जैविक गाय का गोबर एक प्राकृतिक और पोषक तत्वों से भरपूर उर्वरक है जिसका उपयोग मिट्टी के स्वास्थ्य और पौधों की वृद्धि को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है. कच्चे गोबर को एक प्रक्रिया के तहत जैविक गोबर में तब्दील किया जाता है.

कंपनियों को खरीद से 1-2 रुपये अधिक मिलेगा  

उन्होंने कहा कि 3 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से जैविक गोबर खरीदने के लिए जो कंपनी टेंडर हासिल करेंगी वह बैग उपलब्ध कराएंगी, उन्हें भरेंगी और सील करेंगी. इसके साथ ही परिवहन और भंडारण सुविधा भी देंगी और उसे 4-5 रुपये प्रति किलोग्राम का भुगतान किया जाएगा. मंत्री ने कहा कि गोबर का भंडारण हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी विपणन एवं उपभोक्ता संघ लिमिटेड (हिमफेड) के गोदामों में भी किया जाएगा और सभी जिलों के उप निदेशकों को बंद पड़े कृषि फार्मों को उपयोग में लाने के निर्देश दिए गए हैं. बंद पड़े कृषि फार्मों में जैविक फसलों का उत्पादन अनुबंध खेती के माध्यम से किया जाएगा. 

गाय के दूध पर 7 रुपये बढ़ाए

हिमाचल प्रदेश सरकार ने इससे पहले सितंबर महीने में पशुपालकों की कमाई बढ़ाने और सही दाम दिलाने के लिए गाय और भैंस के दूध की कीमत में भारी बढ़ोत्तरी की थी. राज्य के पशुपालकों को गाय के दूध का दाम 38 रुपये से बढ़ाकर 45 रुपये प्रति लीटर किया गया है. जबकि, भैंस के दूध के खरीद मूल्य को 47 रुपये से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति लीटर किया गया है. 

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