गुजरात की एक अदालत ने गौ हत्या और गौ तस्करी के मामले में टिप्पणी करते हुए कहा है कि गाय सिर्फ एक जानवर ही नहीं बल्कि मां है. इतना ही नहीं कोर्ट ने कहा कि गौ हत्या के चलते धरती पर कई तरह की समस्याएं हैं. तेजी से हो जलवायु परिवर्तन पर भी गौ हत्या ही वजह बताई है. गुजरात के तापी जिले के सेशन जज एसवी व्यास की बेंच ने गौ तस्करी के मामले में सुनवाई करते हुए गाय की उपयोगिता और उन्हें धार्मिक भावनाओं से जोड़ते हुए कहा है कि गाय को परेशान करने से धन और संपत्ति भी नष्ट हो जाती है.
आपको बता दें कि साल 2022 के अगस्त में मोहम्मद अमीन आरिफ अंजुम को गायों की तस्करी के मामले में आजीवन कारावास और 5 लाख का जुर्माना लगाया गया था. इसी मामले में अदालत ने गाय की कई उपयोग और लाभों का जिक्र किया.
गौ तस्करी से जुड़े मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कई धार्मिक मान्यताओं के बारे में चर्चा की और कहा कि गाय में 68 करोड़ पवित्र स्थलों और 33 करोड़ देवी देवताओं का निवास होता है. गाय को दुखी करने वालों की धन संपत्ति नष्ट हो जाती है. गाय सिर्फ एक पशु नहीं बल्कि मां होती है.
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कोर्ट ने गायों की सुरक्षा को लेकर उनके लाभों का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि गाय के गोबर का घरों में इस्तेमाल करने से एटॉमिक रेडिएशन का कोई असर नहीं होता. साथ ही उन्होंने गौमूत्र से जुड़े कई फायदे भी बताए. उन्होंने कहा कि गौ मूत्र से कई तरह की उपयोगी चीजें बनाई जाती हैं और सबसे जरूरी कई लाइलाज बीमारियों का इलाज भी गौ मूत्र से संभव है.
दरअसल हिंदू धर्म में गाय को सिर्फ एक जानवर ही नहीं बल्कि माता के समान माना जाता है. गुजरात के तापी जिले की कोर्ट ने गौ तस्करी से जुड़े मामले के दौरान गाय के संरक्षण की अपील करते हुए कई तरह के धार्मिक मान्यताओं का जिक्र किया. इसके अलावा गाय के कई तरह के लाभ केबारे में भी बताया. इसके अलावा वातावरण में हो रहे जलवायु परिवर्तन को भी गौ हत्या से जोड़ा है.
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