बकरी पालन (Goat Farming) का व्यवसाय बहुत तेजी से बढ़ रहा है. पहले बकरी पालन ग्रामीण क्षेत्रों तक ही सीमित था, लेकिन अब यह शहरी क्षेत्रों में भी फैल गया है. इसका मुख्य कारण यह है कि कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. बकरी पालन में बहुत कम खर्च होता है, इससे इस व्यवसाय की लागत काफी कम हो जाती है. अगर मुनाफे की बात करें तो बकरी पालन (Goat Farming) से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. इससे दो प्रकार से धन प्राप्त किया जा सकता है. एक तो उसका दूध बेचकर, दूसरा उसका मांस बेचकर.
बकरी का दूध बहुत महंगा बिकता है और बाजार में इसकी मांग भी अच्छी है. यदि बकरी पालन (Goat Farming) को व्यवसाय के रूप में किया जाए तो इससे अच्छी खासी कमाई की जा सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं ठंढ में कैसे शुरू करें बकरी पालन (Goat Farming) का रोजगार और किन नस्लों का करें पालन. सर्दी के मौसम में पशुओं को अधिक देखभाल की जरूरत होती है. सर्दी के मौसम में पशु अधिक बीमार भी होते हैं. लेकिन ये भी सच है कि सर्दी के मौसम में बकरियों के मांस की मांग काफी अधिक रहती है. जिस वजह से ठंड के मौसम में बकरी पालन किसी भी किसान या पशुपालक के लिए फायदे का सौदा हो सकता है. वो कैसे आइए जानते हैं.
सर्दी के मौसम में बकरी पालन (Goat Farming) व्यवसाय कैसे शुरू करें. तो हम आपको बताते हैं कि अगर आप इसे शुरू करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इसे छोटे स्तर पर शुरू करना चाहिए. इसके लिए आप 10 बकरियों और एक बकरे से शुरुआत कर सकते हैं. इसके बाद बकरियों की संख्या 20 तक बढ़ाई जा सकती है. इस तरह आप 20 बकरियों पर एक बकरी और 40 बकरियों पर 2 बकरियों की दर से यह व्यवसाय शुरू कर सकते हैं. वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है. इतना ही नहीं आप अपने बिजनेस के लिए बैंक से लोन भी ले सकते हैं.
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बकरी पालन (Goat Farming) का रोजगार शुरू करने से पहले आपको यह विचार करना होगा कि आप बकरी पालन का व्यवसाय दूध के लिए कर रहे हैं या मांस के लिए. इसके बाद ही आपको नस्ल चयन करना चाहिए कि आपको किस नस्ल की बकरी पालनी (Goat Farming) चाहिए. क्योंकि दूध और मांस के लिए अलग-अलग नस्लों का चयन किया जाता है. अगर आप दूध के लिए बकरियां पाल रहे हैं तो आपको अल्पाइन, सोनेन, न्युबियन, लामांचा, टोगेनबर्ग और ओबरहास्ली दूध देने वाली बकरियां चुननी चाहिए. यदि आप मांस के लिए बकरियां पाल रहे हैं तो बूर, बीटल, फैंटिंग, किको, सोमाली और नेपोलेटाना मांस बकरियों की सबसे अच्छी नस्लें मानी जाती हैं. इसके अलावा आप अपने राज्य की स्थानीय नस्ल का भी चयन कर सकते हैं.
बकरी का दूध कभी-कभी गाय और भैंस के दूध से भी अधिक कीमत पर बेचा जाता है. उदाहरण के लिए, जब भारत में डेंगू का मौसम आता है, तो लोग प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं. तब इसकी कीमत 200 से 300 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच जाती है. बकरी के दूध में थोड़ा अधिक प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल और वसा और समान विटामिन और खनिज होते हैं. भारत में इसकी कीमत करीब 100 रुपये प्रति लीटर है. वहीं बकरे के मांस की बात करें तो इसकी कीमत समय और स्थान के अनुसार बदलती रहती है. आमतौर पर बकरे के मांस की कीमत 800 से 1000 किलो तक होती है.
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