Animal Care: पशु शेड में हर शाम जरूर करें ये काम, बरसात में सुराक्षि‍त रहेंगे पशु, नहीं घटेगा दूध

Animal Care: पशु शेड में हर शाम जरूर करें ये काम, बरसात में सुराक्षि‍त रहेंगे पशु, नहीं घटेगा दूध

Animal Care in Monsoon पशुपालकों को एनिमल एक्सपर्ट ये सलाह देते हैं कि बरसात के दिनों में पशु शेड (बाड़े) का खास ख्याल रखें. सुबह-शाम सफाई कराएं. इतना ही नहीं रात के वक्त जरूर एक बार पूरे बाड़े की जांच करें कि कहीं छोटे-बड़े कीड़े-मकोड़े तो शेड में नहीं आ गए हैं. शेड की छत से पानी टपकने के साथ जमीन पर पानी तो नहीं भर गया है. क्योंकि इस सब से पशु चौंकते हैं और तनाव में आ जाते हैं. 

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Animal Care: पशु शेड में हर शाम जरूर करें ये काम, बरसात में सुराक्षि‍त रहेंगे पशु, नहीं घटेगा दूधगाय की देसी नस्ल

Animal Care in Monsoon हम तो पशु को भरपूर हरा चारा खिला रहे हैं,  फिर भी पशु दूध कम दे रहा है. ये वो लाइन है जो पशुपालक बरसात के दिनों में अक्सर पशु चिकित्सों से बोलते हैं. लेकिन सवाल ये है कि क्या बरसात के दिनों में पशुओं को सिर्फ हरा चारा खि‍लाने से जिम्मेदारी पूरी हो जाती है. क्या सिर्फ हरा चारा खाने से ही पशु ज्यादा दूध देने लगेगा. और इन सारे सवालों के जवाब में पशु चिकित्स सिर्फ इतना ही कहते हैं कि बरसात के दिनों में पशुओं से ज्यादा उत्पादन लेने और उन्हें बीमारियों से बचाने के लिए सर्िु हरा चारा ही काफी नहीं है. इसके साथ-साथ पशु की खास देखभाल भी बहुत जरूरी है. 

और तो और हरे चारे के साथ दूसरी तरह की और खुराक भी बहुत जरूरी है. खुराक के साथ सबसे खास देखभाल भी होती है. क्योंकि कई बार अच्छी खुराक खाने के बाद भी पशु तय मात्रा के हिसाब से भी दूध नहीं देता है. बरसात के दिनों में होने वाली कई तरह की परेशानियों के चलते अगर पशु तनाव में है तो वो ठीक से दूध नहीं देगा. 

पशु शेड में हर शाम ये खास काम जरूर करें  

एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि बरसात के दिनों में चारों ओर पानी भरा रहता है. ऐसे में जमीन के अंदर या आसपास रहने वाले कीड़े-मकोड़े सुराक्षि‍त जगह तलाशते हैं. कई बार ये पशुओं के शेड में भी आ जाते हैं. अक्सर देखा होगा कि मेढक भी पशु शेड में आ जाता है. अब होता ये है कि जहां मेढक का ठिकाना होता है वहां पीछे-पीछे सांप भी पहुंच जाता है. क्योंकि सांप मेढक का शि‍कार करता है. एक्सपर्ट का कहना है कि सांप को देखकर गाय-भैंस ही नहीं भेड़-बकरी भी डरते हैं. इसलिए खासतौर पर बरसात के दिनों में हर रोज शाम को पशु शेड से सभी पशुओं को बाहर कर दें. उसके बाद सूखी घास, कड़वे नीम की पत्तियां, तुलसी, तेजपत्ता जलाकर शेड में धुंआ करें. ऐसा करने से शेड में मौजूद सभी कीड़े-मकोड़े बाहर निकल जाएंगे. 

शेड में पानी भरा हो तो करें तेल का छिड़काव 

एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि वैसे तो पशु शेड बनवाते वक्त फर्श का ढलान ऐसा रखें कि बरसात के दिनों में भी शेड के अंदर पानी नहीं भरे. लेकिन अगर बरसात के दौरान पानी भर भी जाता है तो हर रोज एक काम जरूर करना चाहिए. जहां भी शेड में पानी भरा हो तो उसके ऊपर डीजल या फिर मिट्टी के तेल की कुछ बूंदे डाल दें. ऐसा करने से पानी में पनपने वाले मच्छर-मक्खी समेत दूसरे कीट-पतंगे गाय-भैंस को परेशान नहीं करेंगे. वर्ना ये गाय-भैंस के ऊपर बैठकर उन्हें परेशान करते हैं और इसके चलते भी पशु तनाव में आकर दूध देना कम कर देता है. दूसरा काम ये कि इस सब से बचने के लिए बरसात से पहले पशु शेड की छत को सही करा लें. जहां से भी पानी टपकने की संभावना हो या फिर जहां से पानी टपक रहा हो तो उसे सही करा लें. 

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