दुधारू पशु खरीदते समय जरूर रखें इन 8 बातों का ध्यान, नहीं होगा नुकसान

दुधारू पशु खरीदते समय जरूर रखें इन 8 बातों का ध्यान, नहीं होगा नुकसान

दुधारू पशु खरीदते समय कई अहम बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, ताकि पशुपालक को आगे चलकर कोई नुकसान न हो. ऐसे में पशुपालक जब भी दूधारू पशु खरीदें तो इन आठ जरूरी बातों का जरूर ध्यान रखें, ताकि इस तरह के नुकसान का जोखिम ना उठाना पड़े.

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दुधारू पशु खरीदते समय जरूर रखें इन 8 बातों का ध्यान, नहीं होगा नुकसानदुधारू पशु खरीदने के टिप्स

ग्रामीण इलाकों में खेती-किसानी के बाद पशुपालन का महत्व बढ़ता जा रहा है. विशेष रूप से दुधारू पशुओं का पालन करने से किसानों को दूध, गोबर की खाद और समय-समय पर बछड़े-बछिया भी मिलते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है. लेकिन, दुधारू पशु खरीदते समय कई अहम बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, ताकि पशुपालक को आगे चलकर कोई नुकसान न हो. ऐसे में पशुपालक जब भी दूधारू पशु खरीदें तो इन आठ जरूरी बातों का जरूर ध्यान रखें, ताकि इस तरह के नुकसान का जोखिम ना उठाना पड़े.

इन 8 बातों का रखें ध्यान

1. दुधारू पशु का देखें शरीर: एक अच्छे दुधारू पशु की पहचान उसके शरीर की बनावट से की जा सकती है, जिस पशु को आप खरीद रहे हैं उसका शरीर तिकोना होना चाहिए, यानी आगे से पतला और पीछे से चौड़ा. त्वचा पतली, चिकनी और चमकदार होनी चाहिए. वहीं, थन का आकार संतुलित होना चाहिए.

2. देख लें कितना देते हैं दूध: दुधारू पशु खरीदने से पहले कम से कम 2 से 3 दिन तक उसका दूध निकालकर देखना चाहिए. इसके अलावा दूध की धार सीधी और तेज होनी चाहिए. साथ ही ये भी देखें कि दूध निकालने के बाद थन सिकुड़ रहा है या नहीं, ऐसा इसलिए क्योंकि दूध की थैली भरी और खाली होने की पुष्टि हो सके.

3. नस्ल और वंश का रखें ध्यान: यदि आप किसी गाय या भैंस की नस्ल के बारे में जानकारी रखते हैं, तो उसका दूध उत्पादन और स्वास्थ्य अनुमानित किया जा सकता है. वहीं, खरीदते समय पशु के वंश का रिकॉर्ड ज़रूर मांगें. क्योंकि उच्च नस्ल वाले पशु ही ज्यादा दूध देते हैं और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अच्छी होती है.

4. इस उम्र तक की खरीदें पशु: अगर आप दुधारू पशु खरीदने जा रहे हैं, तो प्रजनन और दूध उत्पादन की दृष्टि से 3 से 6 वर्ष की उम्र के बीच के पशु सबसे उपयुक्त माने जाते हैं. वहीं, 10 से 12 वर्ष की उम्र के बाद पशु की प्रजनन क्षमता कम हो जाती है. ऐसे में गर्भावस्था के पहले और दूसरे चरण के पशु खरीदना अधिक फायदेमंद होता है.

5. उम्र की पहचान करना जरूरी: अगर आप दुधारू पशु खरीदने जा रहे हैं तो उनकी उम्र की सही पहचान उनकी दांत और उनके सींग से होता है. दरअसल, पहले दो स्थायी दांत लगभग 2 साल की उम्र में आते हैं. वहीं, सींगों पर हर साल एक नया छल्ला बनता है, पहला छल्ला 3 साल की उम्र में बनता है.

6. स्वास्थ्य और टीकाकरण का रखें ध्यान: पशु खरीदने से पहले यह जरूर जान लें कि उसे पशु को जरूरी टीके लगाए गए हैं या नहीं. इसके अलावा पिछले किसी रोग या संक्रमण की जानकारी होना भी आवश्यक है. कमजोर या बीमार पशु खरीदने से बचें, क्योंकि वे न तो दूध दे पाएंगे और न ही लंबे समय तक टिक पाएंगे.

7. प्रजनन क्षमता पर दें ध्यान: एक अच्छा दुधारू पशु वह होता है जो हर साल एक स्वस्थ बछड़े को जन्म देता है. यदि पशु समय पर गर्भधारण नहीं करता या गर्भपात की समस्या आती  है, तो ऐसे पशुओं को खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि प्रजनन से जुड़ी कोई बीमारी हो तो उसका इलाज महंगा और लंबा हो सकता है.

8. पशु का व्यवहार और खानपान का रखें ध्यान: आप वैसे ही पशु को खरीदें जो शांत और मिलनसार स्वभाव का हो. बहुत चंचल या डरपोक पशु दूध निकालने में परेशानी पैदा कर सकते हैं. वहीं, पशु की खुराक और खाने की आदतें पहले से जान लेना बेहतर होता है. यदि पशु सूखा चारा या हरा चारा नहीं खाता तो उसकी सेहत पर असर पड़ सकता है.

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