देश में पशुपालन एक बहुत बड़ा व्यापार है. पशुपालन में किसानों को अपनी खेती-बाड़ी का काम बढ़ाने में कई प्रकार से बछड़े की देखभाल करनी पड़ती है. इसमें सबसे जरूरी है बछड़ों के खान-पान का ध्यान रखना. बछड़ा या बछिया के खान-पान पर शुरू से ध्यान नहीं दिया तो वे कुपोषण का शिकार हो सकते हैं. आगे चलकर उनसे खेती-बाड़ी का काम ठीक से नहीं होगा. अगर बछिया कुपोषित हो तो आगे चलकर उससे दूध भी कम मिलेगा. ऐसे में उन्हें आहार खिलाने का तरीके के बारे में जानना आवश्यक हो जाता है. आइए जानते हैं बछड़ा या बछिया को आहार खिलाने का तरीका.
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अगर आप अपने बछड़े या बछिया को बेहतर तरीके से आहार खिलाना चाहते हैं तो आप उन्हें कुछ खास तरीके से आहार दे सकते हैं. अगर आपकी बछिया या बछड़ा 01 से 02 दिनों का है तो उसे डेढ़ से दो किलो कोलोस्ट्रम (खीस) खिला सकते हैं. अगर वो 03 से 04 दिनों के हैं तो उन्हें डेढ़ से दो किलो दूध पिलाएं. 04 से 14 दिनों के होने पर प्रतिदिन एक से डेढ़ किलो दूध, 100 ग्राम चारा और 100 ग्राम बेहतर क्वालिटी वाली सूखी घास खिला सकते हैं.
वहीं अगर बछड़े-बछिया तीसरे सप्ताह में हैं तो उन्हें प्रतिदिन 500 ग्राम से एक किलो दूध, 200 ग्राम दाना, 150 ग्राम घास और 750 ग्राम हरा चारा खिलाएं. वहीं उनको चौथे सप्ताह से लेकर 16वें सप्ताह तक प्रतिदिन 500 ग्राम दूध पिलाएं. इसके अलावा दाने, घास और हरा चारा लगभग 250 ग्राम से डेढ़ किलो तक बढ़ते हुए सप्ताह के हिसाब से खिलाते रहें.
वहीं आप अपने बछड़े-बछिया को 17वें से लेकर 20वें सप्ताह तक दूध बिल्कुल न पिलाएं. ऐसे में उनके बेहतर पोषण के लिए एक किलो 750 ग्राम दाना खिलाएं. इसके अलावा डेढ़ किलो घास और 7.50 किलो हरा चारा खिलाएं. उसके बाद जब बछड़े-बछिया बड़े होने लगें, यानी 21वें से 26वें सप्ताह तक उन्हें प्रतिदिन दो किलो दाना, दो किलो घास और आठ किलो हरा चारा खिलाएं. इससे आपके बछड़े-बछिया के स्वास्थ्य बेहतर होगा.
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