क्लाइमेट चेंज का हो रहा बड़ा असर, सर्दियों से पहले गाय-भैंस के लिए कर लें ये 20 इंतजाम 

क्लाइमेट चेंज का हो रहा बड़ा असर, सर्दियों से पहले गाय-भैंस के लिए कर लें ये 20 इंतजाम 

एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि सर्दियों के मौसम में गाय-भैंस के बाड़े में बहुत देखभाल की जरूरत होती है. क्योंकि खास बात ये कि दिसम्बर-जनवरी के महीने में ही पशु हीट में ज्या‍दा आते हैं. वहीं जो पशु गर्मी में गाभिन कराए गए वह इस दौरान बच्चा देने वाले होते हैं. 

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क्लाइमेट चेंज का हो रहा बड़ा असर, सर्दियों से पहले गाय-भैंस के लिए कर लें ये 20 इंतजाम गर्भवती गाय-भैंस को क्या खिलाएं

सिर्फ दूध उत्पादन ही नहीं, पशु की कीमत के हिसाब से भी उनकी देखरेख बहुत जरूरी हो जाती है. क्योंकि मौसम कोई भी हो वो पशु पर अपना असर डालता जरूर है. और अब तो क्लाइमेट चेंज के चलते मौसम में बहुत बदलाव आने लगा है. अब सर्दियों के दौरान भी कब बारिश हो जाए कोई पता नहीं. इसी तरह से भीषण गर्मी में कब ठंडी हवाएं चलने लगें ये भी तय नहीं है. इसीलिए एनिमल एक्सपर्ट पशुपालकों को सलाह देते हैं कि हर मौसम की शुरुआत से पहले उसकी तैयार कर लेनी चाहिए. 

पशुओं के शेड से लेकर उसके खानपान और शेड से बाहर उसके चरने तक का प्लान बना लेना चाहिए. दुधारू भैंस की बात करें तो आज अच्छी नस्ल की और ठीक-ठाक दूध देने वाली भैंस की कीमत 80 हजार रुपये से लेकर एक लाख तक है. अब अगर देखभाल के दौरान जरा सी भी लापरवाही होती है तो भैंस के मरने पर सीधे एक लाख रुपये का नुकसान होता है. 

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सर्दियों के लिए पशु शेड में ऐसे करें इंतजाम

अक्टूबर से जनवरी-फरवरी के बीच ही पशुओं की खरीद-फरोख्त भी खूब होती है. इसलिए हर लिहाज से इस मौसम में पशुओं की ज्यादा देखभाल बहुत जरूरी है. क्योंकि इस दौरान अगर पशु बीमार होते हैं तो उनका दूध कम हो जाता है. वहीं पशुपालक को इसका खामियाजा आर्थिक नुकसान के रूप में उठाना पड़ता है. एनिमल एक्सपर्ट के मुताबिक यहां सर्दियों में क्या करें और क्या ना करें ये जानकारी दी जा रही है. 

  • किसी भी मौसम बेवसाइट पर दिन-रात के मौसम का अपडेट लेते रहें. 
  • पशुओं को शीत लहर से बचाने के सभी इंतजाम कर लें. 
  • खासतौर पर रात के वक्त बाड़े को तिरपाल आदि से अच्छी तरह ढककर रखें. 
  • पशुओं के नीचे फर्श पर पुआल आदि बिछा दें. 
  • पशुओं को सूखी जगह पर ही बांधे. 
  • बाड़े में रोशनी रखें और जगह को गर्म रखने का इंतजाम कर लें. 
  • पशुओं को पेट के कीड़े मारने वाली दवा के साथ ही जरूरी टीके लगवा दें. 
  • मक्खी-मच्छर से बचाने के लिए बाड़े में लैमनग्रास और नारगुण्डी टांग दें. 
  • मक्खी-मच्छर से बचाने के लिए नीम के तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. 
  • पशुओं को मोटे कपड़े और बोरी से ढककर रखें. 
  • पशुओं को गर्म रखने के लिए खली और गुड़ खिलाएं. 
  • पशुओं को दिन में तीन से चार बार हल्का गर्म पानी पिलाएं. 
  • किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण देखते ही पशु डॉक्टर को दिखाएं. 
  • बीमार, कमजोर और गाभिन पशु का खास ख्याल रखें. 
  • आग लगने में सहायक वस्तुओं को पशु के बाड़े से दूर रखें. 
  • पशु के नए बाड़े का निर्माण मौसम के हिसाब से ही कराएं. 

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सर्दी के मौसम में भूलकर भी ना करें ये काम

सर्दियों के मौसम में पशुओं को खुला ना छोड़ें. 
सर्दी के मौसम में पशु मेलों का आयोजन नहीं करना चाहिए. 
ठंडा चारा और पानी पशुओं को नहीं देना चाहिए. 
निमोनिया से बचाने को नमी और धुंए वाली जगह पर पशुओं को नहीं रखना चाहिए. 

 

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