Bindas Bakri: ये बकरी देती है कम लागत में ज्यादा मुनाफा, ना फैलाती है गंदगी, ना होती है बीमार, पढ़ें पूरी डिटेल Bindas Bakri: ये बकरी देती है कम लागत में ज्यादा मुनाफा, ना फैलाती है गंदगी, ना होती है बीमार, पढ़ें पूरी डिटेल
'गजब गाय' सीरीज में आपने पढ़ी गाय की अलग-अलग प्रजातियों से जुड़ी डिटेल. ज्यादा दूध देने वाली गाय से लेकर दुनिया की सबसे छोटी गाय तक अब पेश है किसान तक की खास सीरीज 'बिंदास बकरी'. इस सीरीज में आप पढ़ेंगे बकरियों की अलग-अलग वैरायटी से जुड़ी डिटेल और साथ में मिलेगी वीडियो डिटेल भी.
किसान तक की खास सीरीज 'बिंदास बकरी' में आज जानें 'ब्लैक बंगाल' के बारे में पूरी डिटेलपवन कुमार - Ranchi,
- Oct 08, 2023,
- Updated Oct 08, 2023, 5:25 PM IST
ब्लैक बंगाल भारत देश में पाई जाने वाली 40 नस्लों की बकरियों में से एक है. आम तौर पर यह झारखंड, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश, बिहार और असम में पाई जाती है. इसे यहां की नेटिव ब्रीड कहा जाता है. मीट की गुणवत्ता और स्वाद के लिए ब्लैक बंगाल देश ही नहीं दुनिया भर में सबसे पहली पसंद है. यही वजह है कि इसका सबसे अधिक एक्सपोर्ट भी किया जाता है. झारखंड में किसान आम तौर पर ब्लैक बंगाल ब्रीड की बकरी का ही पालन करते हैं. इसका पालन करना आसान होता है, क्योंकि यह अधिकांश हरा चारा खाना पसंद करती है और खुद से चरकर अपना पेट भर लेती है. यह लगभग सभी प्रकार के घास और पत्तियों का सेवन करती है. साथ ही इसकी खासियत यह होती है कि इनमें बीमारी ना के बराबर होती है.
कैसे होती है ब्लैक बंगाल बकरी की देखभाल
इसका पालन और देख-रेख करना बहुत मुश्किल नहीं होता है क्योंकि यह गंदगी बहुत कम करती है. ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरी का आकार अन्य ब्रीड की बकरियों की तुलना में छोटा होता है. झारखंड में अक्सर देखा गया है कि परिवार छोटे होते हैं. ऐसे में छोटे आकार की बकरी का मीट एक परिवार के लिए पर्याप्त हो जाता है. जबकि अन्य ब्रीड की बकरियों का आकार बड़ा होता है इसलिए उपभोग की दृष्टि से भी ब्लैक बंगाल का पालन सबसे बेहतर माना जाता है.
ब्लैक बंगाल ब्रीड बकरी की खासियत
- ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरी का रंग 80-90 फीसदी तक काला होता है.
- ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरी की नर और मादा दोनों में दाढ़ी होती है.
- इस नस्ल की बकरी के गले में बड़े बाल होते हैं.
- ब्लैक बंगाल ब्रीड की बकरी का आकार छोटा होता है.
- एक साल में इसका औसत वजन 12-14 किलोग्राम तक बढ़ता है.
- इसके पीछे का भाग अधिक चौड़ा होता है.
- ब्लैक बंगाल के कान सीधे होते हैं.
- ब्लैक बंगाल बकरी की सींग पीछे की तरफ मुड़ी होती है.
- इसके पैरों का आकार छोटा होता है.
- आम तौर पर यह हरी घांस पसंद करती है और चरके अपना पेट भरती है.
- फीफा कप के दौरान अंतराष्ट्रीय बाजार में इसकी मांग बढ़ी.
- पूरे विश्व में ब्लैक बंगाल के मीट को पसंद किया जाता है.
- ब्लैक बंगाल में रोग रोधी क्षमता अच्छी होती है.
- इस ब्रीड की बकरी में पीपीआर नामक रोग होता है.
- मीट के लिए यह सबसे अच्छी ब्रीड मानी जाती है.
- एक साल में यह 2 से चार बच्चे देती है.
- एक साल में दो बार बच्चों को जन्म देती है.
- इसकी औसत उम्र 8-10 साल होती है.
- ब्लैक बंगाल बकरी की गर्भ अवधि 150 दिनों की होती है.
ब्लैक बंगाल बकरी से जुड़ी खास बातों को विस्तार से जानने और एक्सपर्ट की राय के लिए देखें किसान तक के यूट्यूब चैनल पर चल रही इस सीरीज का यह वीडियो