उत्तराखंड के औली में गुरुवार को मौसम के करवट बदलने के साथ ही देर रात बर्फबारी शुरू हुई. इसके बाद शुक्रवार सुबह यहां हर तरफ एक इंच तक बर्फबारी देखने को मिली. ऊपरी औली इस समय बर्फ की सफेद चादर में लिपटा हुआ दिखाई दे रहा है. बर्फबारी के साथ ही जबर्दस्त सर्दी का सितम भी लोग झेल रहे हैं. अभी तक लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. बाजारों में लोगों की भीड़ कम ही दिख रही है. इस बीच दूर के क्षेत्रों से आए सैलानी इस कड़क ठंड में सर्दी का सितम झेलते हुए बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं. इसी बर्फबारी के लिए वे कई दिनों से इंतजार कर रहे थे. अब उनकी मुराद पूरी होती दिख रही है.
औली में देर रात बर्फबारी शुरू होने के साथ ही पर्यटकों का उत्साह देखते ही बन रहा है. इस बार बहुत देरी से औली में बर्फबारी शुरू हुई है. बर्फ नहीं गिरने से स्थानीय लोग, सैलानी, गाइड सबमें मायूसी देखी जा रही थी. यहां बर्फबारी की अपनी एक खास अर्थव्यवस्था है जिस पर हजारों लोगों की निर्भरता होती है. यही वजह है कि बर्फबारी में देरी के चलते लोगों में मायूसी देखी जा रही थी. हालांकि अब बर्फबारी शुरू हो गई है तो लोगों में खुशी की लहर है. यहां पहुंचे पर्यटक और स्थानीय व्यवसायी उत्साहित हैं.
उधर, बद्रीनाथ धाम में मौसम के करवट बदलने के साथ ही बर्फबारी हो रही है. बद्रीनाथ धाम में हर तरफ 1 इंच तक मोटी बर्फ की चादर बिछी हुई दिखाई दे रही है. बद्रीनाथ धाम की सुंदरता पर इस बर्फबारी ने चार चांद लगा दिए हैं. बर्फबारी से धाम में अब आने लोगों को थोड़ा कोरी ठंड से राहत मिलती दिखेगी. इस बार बद्रीनाथ धाम सहित चमोली के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी देखने को नहीं मिल रही थी. गुरुवार से मौसम के करवट बदलने के साथ ही चमोली जिले की तमाम ऊंचाई वाली जगहों पर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. यहां रुक-रुक कर बर्फबारी का दौर जारी है. इस कारण पहाड़ों में जबर्दस्त कड़ाके की सर्दी देखने को मिल रही है.
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इस समय बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हैं. यहां आईटीबीपी के जवान अब मुस्तैदी से तैनात हैं. इस वर्ष से पहले यहां पुलिस के जवान मौजूद रहते थे. उन्हें कठिनाई उठानी पड़ती थी. लेकिन इस बार यहां आईटीबीपी के जवान कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के बीच मंदिर की सुरक्षा में डटे हुए हैं. दूसरी ओर, हिमालय में बसे विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. लंबे इंतजार के बाद केदारनगरी ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है. धाम में हुई बर्फबारी के बाद दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्य भी रुक गए हैं. धाम में एक इंच से अधिक तक बर्फ गिरी है. हालांकि गुरुवार को हुई बर्फबारी के बाद फिलहाल धाम में मौसम साफ हो गया है.
हिमालय में बसी केदारनगरी में कही भी बर्फ नहीं थी. लेकिन दिसंबर जाते-जाते प्रकृति मेहरबान हो गई और बाबा की नगरी में बर्फबारी शुरू हो गई है. इस शीतकाल की पहली बर्फबारी केदारनाथ धाम में हुई है. धाम में हुई बर्फबारी के कारण पुनर्निर्माण कार्य भी रुक गए हैं. धाम में इन दिनों चार सौ से अधिक मजदूर पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे हुए हैं. सीमेंट का काम पहले ही बंद हो चुका है. अगर बर्फबारी का दौर इसी प्रकार जारी रहा तो आने वाले समय में सभी मजदूर वापस लौट जाएंगे.