मौसम विभाग (आईएमडी) ने मॉनसून की विदाई पर रविवार को बड़ा अपडेट दिया है. आईएमडी ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और पंजाब के कुछ और हिस्सों से विदा होने वाला है. आईएमडी के अनुसार ऐसे में इस अवधि में कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है. आईएमडी की मानें तो देश में मॉनसून की विदाई के लिए स्थितियां अनुकूल हैं. वहीं इस साल मॉनसून में बारिश की सबसे ज्यादा मार झेलने वाले हिमाचल प्रदेश में आज से दक्षिण पश्चिम मॉनसून की विदाई हो सकती है.
आईएमडी के शिमला ऑफिस की तरफ से रविवार को बताया गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं. हिमाचल प्रदेश से मॉनसून की वापसी की शुरुआत की सामान्य तिथि 25 सितंबर है, जबकि यह आमतौर पर 30 सितंबर तक पूरी हो जाती है.आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, 'अगर वापसी 22 सितंबर को शुरू होती है, तो इसे इस साल वापसी की जल्दी शुरुआत माना जाएगा.'
पिछले साल, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून तीन अक्टूबर को पूरे राज्य से विदा हो गया था. मॉनसून के मौसम में अब तक हिमाचल प्रदेश में 708 मिमी सामान्य वर्षा के मुकाबले 1,024 मिमी वास्तविक वर्षा के साथ 45 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. शिमला जिले में सबसे ज्यादा 104 फीसदी अधिक वर्षा दर्ज की गई, इसके बाद कुल्लू में 103 फीसदी ज्यादा और बिलासपुर में 83 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई. इस साल हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने 20 जून को एंट्री ली थी और 24 जून तक इसने पूरे राज्य को कवर कर लिया.
इन राज्यों से भी होगी विदाई
आईएमडी ने कहा, 'अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों से मॉनसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं.' मॉनसून की वापसी की रेखा भटिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, अजमेर, दीसा और भुज से होकर गुजर रही है. इस साल मॉनसून की वापसी सामान्य से तीन दिन पहले 14 सितंबर को शुरू हुई है. मॉनसून की वापसी के साथ ही, पूर्वी राजस्थान और गुजरात में रविवार को भारी बारिश दर्ज की गई.
यहां के कुछ सबसे ज्यादा बारिश वाले इलाके नांदोड़ (120 मिमी), राजपीपला और बोडेली (प्रत्येक 100 मिमी), भोपालसागर (90 मिमी) और बड़ी सादड़ी (70 मिमी) रहे. आईएमडी ने चेतावनी दी है कि गुजरात में 23 सितंबर तक भारी बारिश जारी रहेगी. मराठवाड़ा और गोवा के कोंकण और मराठवाड़ा में भी 27 सितंबर तक भारी बारिश होगी.
इस बीच, बंगाल की खाड़ी सक्रिय हो रही है और इस हफ्ते यहां पर दो निम्न दबाव के क्षेत्र बनने की उम्मीद है. शनिवार को उत्तरी अंडमान सागर-म्यांमार के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ था. आईएमडी की तरफ से बताया गया है कि अगले 24 घंटों में उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. निम्न दबाव के क्षेत्र के विकास और उसके मार्ग को देखते हुए, मौसम विभाग ने पूर्वी तट, विशेष रूप से ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है.
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