
IMD Weather Forecast: देशभर में अब धीरे-धीरे ठंड पैर पसार रही है. शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में तापमान में गिरावट दर्ज की गई. दिल्ली में शनिवार को आसमान साफ रहे. हालांकि, प्रदूषण की समस्या भी बनी हुई है. वहीं, न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. पश्चिमी विक्षोभ 8 दिसंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों को प्रभावित करेगा. आईएमडी ने आज और कल के लिए उत्तर-पश्चिमी राज्यों- जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में बारिश की संभावना जताई है. इसके अलावा दिल्ली में भी छिटपुट या हल्की बारिश हो सकती है.
9 दिसंबर से दिल्ली में तापमान और गिरेगा. यहां न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा. हालांकि, पारा गिरने से गेहूं किसानों को फायदा होगा, क्योंकि लंबे समय से यहां मौसम गर्म बना हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक, आज जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश में गरज चमक के साथ आंधी-तूफान आने की आशंका है. आईएमडी ने पंजाब में रात और सुबह के समय घना कोहरा छाने और गरज-चमक के साथ आंधी का अलर्ट जारी किया है.
वहीं, दिल्ली-हरियाणा-चंडीगढ़ में रात और सुबह घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है और कुछ-कुछ जगहों पर बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे प्रदूषण से राहत मिल सकती है. इसके अलावा झारखंड, बंगाल के कुछ हिस्सों में और नॉर्थ-ईस्ट के ज्यादातर राज्यों में घने कोहरे को लेकर चेतावनी जारी की गई है.
आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, सोमवार यानी 9 दिसंबर से अगले कुछ दिनों के लिए उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में घना कोहरा छाया रहेगा. आईएमडी ने 9 दिसंबर से पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान में शीतलहर (Cold Wave) का अलर्ट जारी किया है.
मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी आशंका है. इसके अलावा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, गोवा और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.
देशभर में इस साल गेहूं किसान बढ़े हुए तापमान से परेशान हैं. अक्टूबर से पड़ने वाली कड़ाके की ठंड का अभी तक कोई अता-पता नहीं है. दिन के समय तापमान 25 डिग्री से ज्यादा चल रहा है, जिससे गेहूं किसान फसल पर बुरे प्रभाव को लेकर चिंतित हैं. वहीं, अब राजस्थान में शीतलहर चलने वहां तापमान में कमी आने से गेहूं और सरसों किसानों की थोड़ी चिंता दूर होने की संभावना है.